लोभ के वशीभूत होकर गेट पास व ‘जे’ फार्म जारी करने के आरोप में अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता से नहीं किया जा रहा इंकार
– जांच के लिए आई टीम को ई-खरीद पोर्टल और मार्केट कमेटी के एच-रजिस्टर की ऑक्शन में मिला था अंतर
-सस्पेंड किए गए कमेटी सचिव मार्केटिंग बोर्ड पंचकूला में दे रहे हाजिरी
-कनीना मंडी में 7768 गेट पास के मुकाबले 2-23 लाख क्विंटल बाजरे की हो चुकी है आवक
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना मंडी में की जा रही बाजरे की खरीद में कथित तौर पर सामने आई धांधली पर हालांकि मार्केट कमेटी सचिव पर निलंबन की गाज गिर चुकी है लेकिन अब इस पूरे प्रकरण में मंडी सुपरवाइजर एवं ऑक्शन रिकॉर्डर की भी संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा रहा है। मार्केट कमेटी सचिव मनोज पराशर ने बाजरा खरीद शुरू होने से पूर्व 18 सितंबर को मार्केट कमेटी कार्यालय में कार्यरत 11 कर्मचारियों की बाजरा खरीद को लेकर नयी आनाज मंडी चेलावास में विभिन्न कार्यों में ड्यूटी लगाकर जिला विपणन प्रवर्तन अधिकारी, नारनौल को पत्र भेजकर अवगत करवा दिया था।
देखा जाए तो तत्कालीन मार्केट कमेटी सचिव स्वयं भी कंप्यूटर ऑपरेटर की जड़ में बैठकर ऑनलाइन जनरेट होने वाले गेट पास पर नजर रख रहा था। जबकि मंडी सुपरवाइजर सतीश कुमार की ड्यूटी मंडी के मुख्य गेट पर जमींदारों के वाहन चेक करने तथा मोबाइल एप द्वारा जारी गेट पास की जांच कर उसका प्रतिदिन का रिकॉर्ड रखने तथा बिना आवक के गेट पास जारी न करने को कहा गया था। ऑक्शन रिकॉर्डर बीरेंद्र सिंह की ड्यूटी एच रजिस्टर व आॅनलाईन ऑक्शन कार्य में लगाई गई थी। माना जा रहा है कि बिना फसल मंडी में आए पैसे लेकर लाखों क्विंटल बाजरे के गेट पास जारी कर दिए गए। इसकी भनक लगने पर क्षेत्रीय मार्केटिंग बोर्ड कार्यालय गुरुग्राम से आई टीम ने अपने स्तर पर जांच की जिसमें आरोप कमोबेस सही मिले। टीम द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में अनियमितताओं को लेकर प्रदेश के सीएम नायब सिंह सैनी के निर्देश पर मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश आहूजा द्वारा कनीना मंडी के ईओ कम सचिव मनोज पाराशर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है वहीं सचिव द्वारा दी गई दलील के बाद दो और कर्मचारियों के गले में तलवार लटक गई है। निलंबित किए गए सचिव मनोज पराशर के स्थान पर नारनौल कार्यालय में कार्यरत असिस्टेंट सेक्रेटरी अजीत सिंह को नियुक्त किया गया है। उन्होंने आनन-फानन में बीते शुक्रवार रात्री करीब 10 बजे ज्वाईन भी कर लिया।
माना जा रहा है कि नयी अनाज मंडी चेलावास में बिना बाजरा लाए एक सौ से डेढ़ सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से वसूली कर गेटपास सहित ‘ज’े फार्म जारी किए जाने, ई-खरीद पोर्टल और मार्केट कमेटी के एच-रजिस्टर की ऑक्शन में अंतर पाए जाने तथा गेट पास जारी करने की प्रक्रिया में अनियमितताएं सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
अधिक बारिश होने के चलते बदरंग होने तथा खरीद मानकों पर सही नहीं उतरने पर हरियाणा सरकार बाजरे की सरकारी खरीद नहीं कर रही है। जबकि 575 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भावांतर निर्धारित कर चुकी है। कनीना मंडी में गलत तरीके से गेटपास जारी करने तथा बाजरे खरीद की खरीद में फर्जीवाड़ा के चलते मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच की जिसमें अंतर पाया गया। हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश कुमार आहूजा की ओर से कनीना मंडी के सचिव-सह-ईओ मनोज पराशर और कोसली अनाज मंडी के सचिव सह-ईओ नरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
कनीना मंडी में नियुक्त किए गए सचिव अजीत सिंह ने बताया कि मंगलवार तक कनीना अनाज मंडी में 7768 गेट पास के मुकाबले 2-23 लाख क्विंटल बाजरे की आवक हो चुकी है। सरकारी खरीद न होने की वजह से मंडी में करीब 15 एक्टिव प्राइवेट खरीद एजेंट 1850 से 1950 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी का सही संचालन हो रहा है अब किसी प्रकार की कोई जांच जारी नहीं है।
कनीना-सस्पेंड हो चुके मार्केट कमेटी सचिव मनोज पराशर द्वारा 18 सितंबर को जारी किया ड्यूटी चार्ट।
