कनीना खंड के 11 गावों हुई औलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल में हुआ नुकसान

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-कृषि तथा भू-राजस्व विभाग के अधिकारी खेतों में जाकर कर रहे आंकलन
-फसल खराब होने पर किसानों ने मांगा मुआवजा

City24news/सुनील दीक्षित
  कनीना | कनीना क्षेत्र में बीती रात्री हुई बारिश व औलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। जिसे लेकर किसानों ने मुआवजे की मांग की है। बारिश व औलावृष्टि के चलते ग्रामीण क्षेत्र में बिजली सप्लाई गुल हो गई। मौसम खराब होने से विवाह-शादी व रिटारयमेंट समारोह भी फीके रहे। औलावृष्टि से खराब हुई फसल को लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं किसानों ने इस बारे में जनप्रतिनिधियों तथा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। बेवल के किसानों महावीर सिंह बेवल, राजेंद्र सिंह, कर्णसिंह, सतबीर सिंह, पूर्णसिंह, बलवान, अजीत सिंह शेमशेर सिंह, मोनू यादव, देवेंद्र, लीलाराम, मेहरचंद, रामसिंह, रामानंद, राकेश शर्मा, रामपत, मुंडिया खेडा के रणजीत, बाबूलाल ने प्रदेश की स्वास्थ मंत्री आरती सिंह राव के कार्यालय इंचार्ज विकास यादव को इस बारे में ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें उन्होंने सरसों व गेहूं के अलावा माहभर पूर्व ढाई एकड भूमि पर बिजाई किए गए तरबूज, खरबूज, ककडी, तोरी, घीया व टींडा की नकदी फसलों में नुकसान बताया है। कृषि एवं भू-राजस्व विभाग के अधिकारी खेतों में पंहुचकर औलावृष्टि प्रभावित फसल का मुआयना कर रहे हैं।
3900 एकड फसल में नुकसान की संभावना बनी
बता दें कि कनीना विकास खंड में करीब 32 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से 19500 हैक्टेयर भूमि पर सरसों तथा 9500 हैक्टेयर भूमि पर गेहूं की बिजाई की गई है। जिनमें शुक्रवार रात्री के समय बारिश के साथ हुई औलावृष्टि से 11 गावों की करीब 3900 एकड भ्ज्ञूमि पर खडी फसल में नुकसान की संभावना है। औलावृष्टि प्रभावित गांव खैराना, बेवल, दोंगडा अहीर, दोंगडा जाट, मुंडिया खेडा, कलवाडी, भालखी, मुडायन, झिगावन, गोमला, झगडोली में फसलों को नुकसान हुआ है। कृषि विभाग के अधिकारियों की राय में सरसों व गेहूं की फसल को खैराना में 200 एकड में 0 से 25 फीसदी, 150 एकड में 26 से 50 फीसदी, बेवल में 400 एकड में 0 से 25 फीसदी, 350 एकड में 26 से 50 फीसदी, गोमला में 200 एकड में 26 से 50 फीसदी, मुंडिया खेडा में 200 एक डमें 0 से 25 फीसदी, 150 एक डमें 26 से 50 फीसदी, कलवाडी में 150 एकड में 0 से 25 फीसदी, दोंगडा अहीर व दोंगडा जाट में 200 एकड में 0 से 25 फीसदी, भालखी में 125 एकड में 0 से 25 फीसदी, मुडायन में 200, ढिगावन में 640, झगडोली में 110 एकड में 0 से 25 फीसदी नुकसान का आंकलन किया गया है। ंकृषि एवं भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों की ओर से आंकलन रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है। ईधर मौसम की बेरुखी जारी है और भी ओलावृष्टि या बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिससे इस समय पकी हुई फसल में नुकसान बढ़ाने की पूरी संभावना है जिसको लेकर किसान परेशान है। कनीना के नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल ने बताया कि ओलावृष्टि प्रभावित गांव की फील्ड रिपोर्ट तैयार की जा रही है जिसे उच्च अधिकारियों को भेजा जाऐगा।  
कृषि विभाग के एसडीओ डाॅ अजय यादव ने बताया कि एवरेज 8-10 एमएम बारिश व औलावृष्टि से खराब हुई सरसों व गेहूं की फसल का आंकलन कर सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। बारिश के चलते जगह-जगह पानी जमा हो गया। तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। कृषि विभाग के एसडीओ के मुताबिक फिलहाल मौसम खराबी की संभावना बनी हुई है। किसान फसल सिंचाई न करे। इस मौके पर क्षेत्र के किसान उपस्थित थे।

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