पाकिस्तान के अधिकारी को सिम कार्ड देने वाले तारीफ के परिजनों का कहना है की वह बेकसूर है

City24news/अनिल मोहनिया
– तारीफ के काबुल नामे की वीडियो दवा बनाकर बनवाई गई है।
– तारीफ के घर में पत्नी,भाई, बहन को विश्वास है कि वह बेकसूर है।
-तारीफ के परिवार के लोगों का कहना है कि बुजुर्गों ने देश की सेवा की है वह देश से गद्दारी नहीं कर सकता।
-चार दिन बीत जाने के बाद घर पर नहीं पहुंची कोई जांच एजेंसी।
नूंह | पाकिस्तान जाने के बदले में मोबाइल सिम कार्ड देने के आरोप में पकड़े गए जासूस तारीफ के घर पर उसकी पत्नी, भाई,बहन का कहना है कि तारीफ बेकसूर है। जो वीडियो काबुल नामे की बनाई गई है वह उसे पर दबाव डालकर बनवाई गई है। वही परिवार के लोगों का कहना है कि यदि वह कसूरवार है तो हम उसके साथ नहीं है।
जासूसी के आरोप में पकड़े गए तारीफ के बड़े भाई ने बताया कि परिवार के लोगों ने देश की सेवा की हे। हमारे दादा के भाई सीआरपीएफ में डीएसपी थे हम अपने देश के साथ कैसे गद्दारी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार के सभी लोग 2 से 3 बार पाकिस्तान जरूर गए लेकिन वह अपने देश के साथ गद्दारी नहीं कर सकते। उनका कहना है कि पाकिस्तान में उनके परिवार के ही लोग रहते हैं उनसे मिलने के लिए अपने पिता के साथ गए थे जिसमें पूरा परिवार साथ गया था। तारीफ तावडू के पास एक गांव में डॉक्टर की दुकान करता है।
तारीफ की पत्नी का कहना है कि तारीफ अपने भाइयों से झूठ बोल सकता है लेकिन मेरे से झूठ नहीं बोल सकता अपने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया है जिससे हमें शर्मिंदा होना पड़े या हमारे देश के लिए कोई खतरा बने। उन्होंने कहा की तारीफ बेकसूर है उन पर दबाव बनाकर वह वीडियो बनवाई गई है।
परिवार के लोगों का कहना है कि तारीफ को लेकर गए चार दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक कोई जांच एजेंसी घर पर जांच के लिए नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि यदि तारीफ पैसे लेकर यह काम करता तो घर कोई आलीशान होता ना की झुग्गी झोपड़ी जैसा, जैसा आप देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने भाई के न्याय के लिए वह लड़ाई लड़ेंगे।
वही गांव के बुजुर्ग कालू का कहना है की तारीफ दिन रात मेरे साथ ही रहा करता जिस दिन उसको कुछ लोग उठ कर ले गए उसे दिन भी वह मेरे साथ ही था तारीफ ने कोई गलत काम नहीं किया है।