बागोत वासी मोहित के शव को 57वें दिन परिजनों ने अस्पताल से उठाया
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-दाह संस्कार के लिए मणिकर्णिका घाट, काशी के लिए हुए रवाना
-उपमंडल प्रशासन ने उपलब्ध कराई एंबुलैंस
-लंबा रास्ता होने के कारण कल शनिवार को होगा अंतिम संस्कार
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना सब डिवीजन के गांव बागोत निवासी 26 वर्षीय, मोहित सुसाइड केस में पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट की ओर से 5 फरवरी को दिए गए फैसले के बाद परिजनों ने शुक्रवार सुबह साढे 11 बजे शव ग्रहण कर लिया। कोर्ट के फैसले के मुताबिक परिजनों द्वारा शव का तीन दिन में अंतिम संस्कार करने तथा उनके सहमत नहीं होने पर रैड-क्राॅस सोसायटी के अधिकारियों द्वारा दाह संस्कार करने को कहा गया था। साथ ही वादी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एसआईटी तथा जांच अधिकारी एसपी को भी बदली करने के आदेश भी दिए गए थे। जिसे लेकर मृतक युवक के परिजन शव का दाह संस्कार करने के लिए सहमत हो गए। बृहस्पतिवार को उन्होंने एसडीएम डाॅ जितेंद्र सिंह अहलावत व थाना इंचार्ज निरीक्षक मुकेश कुमार, कानूनगो उमेद सिंह जाखड,पटवारी प्रदीप कुमार से हाईकोर्ट को नोटिस रिसीव कर लिया। ओर शुक्रवार सुबह के समय शव को उप नागरिक अस्पताल कनीना की मोर्चरी से लेने पर सहमती दे दी। सुबह 9 बजे उन्होंने अस्पताल पंहुचकर एसडीएम डाॅ जितेंद्र सिंह अलावत, थाना इंचार्ज निरीक्षक मुकेश कुमार, रविंद्र सिंह, कानूनगो उमेद सिंह जाखड, हलका पटवारी प्रदीप कुमार, अस्पताल के एसएमओ डाॅ रेखा वर्मा, चिकित्सक डाॅ अंकित,डाॅ दिपांशु की उपस्थिति में शव को शव रथ वाहन में रखकर काशी के मणिकर्णिका घाट ले जाने की योजना बनाई। लेकिन आईस बाॅक्स में रखा शव उस वाहन में नहीं आता देख कैलाशचंद ने उपमंडल प्रशासन से सरकारी एंबुलैंस उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। तकनीकी पेचदगी को देखते हुए उपमंडलाधीश डाॅ जितेंद्र अहलावत ने प्राईवेट एंबुलैंस उपलब्ध कराई। जिसमें शव रखकर वे बागोत के लिए निकल पडे। वहां पर ग्रामीणों व परिजनों द्वारा अंतिम दर्शन करने के बाद मणिकर्णिका, काशी के लिए रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि काशी की दूरी 900 किलोमीटर से अधिक होने के कारण कल शनिवार को वहां पंहुचने के बाद सुबह के समय शव का अंतिम संस्कार किया जायगा।
पिछले 57 दिन से अस्पताल की मोर्चरी में रखे शव को सिीव करने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। अस्पताल में सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारी लगातार ड्यूटी कर रहे थे वहीं उपमंडल के अधिकारी व थाना अध्यक्ष भी लगातार नजर बनाए हुए थे।
एसडीएम डाॅ जितेंद्र सिंह अलावत ने कहा कि मृतक युवक का पिता कैलाशचंद शुक्रवार को शव को ग्रहण कर लिया। अस्पताल के चिकित्सकों की राय के मुताबिक अस्पताल के फ्रीजर मे रखें शव की कंडीशन ठीक थी।