अटेली विधान सभा में बिछने लगी चुनावी बिसात

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भाजपा व कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दल जातिगत समीकरणों के अलावा हैवीवेट कैंडीडेट की कर रहे तलाश
भाजपा की ओर से सीताराम यादव व संतोष यादव बन सकते हैं उम्मीद्वार तो कांग्रेस पार्टी से अतर लाल की बन रही संभावना  

City24news/सुनील दीक्षित
अटेली-68 विधान सभा एक ओर राजस्थान के अलवर जिले की सीमा से टच होती है दूसरी सीमा रेवाडी व झज्जर जिले के साथ लगती है। तीसरी ओर चरखी दादरी तो चौथी दिशा महेंद्रगढ-नारनौल विधान सभा के साथ टच होती है। इसके उत्तर दिशा में पहला गांव स्याणा तो दक्षिण में अंतिम गांव कांटी खेडी गांव लगता है। इस हलके में शामिल 96 गावों के कुल 190134 मतदाता हैं। जिनके मतदान के लिए 223 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 2011 की जनगणना के मुताबिक इस हलके में अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या करीब 33654 है ग्रामीण मतदाताओं की संख्या 174562 तथा शहरी मतदाताओं की संख्या 15572 है।
2019 में हुए विधान सभा चुनाव में भाजपा उम्मीद्वार सीताराम यादव को 55793,बीएसपी के अतर लाल को 37387 व जेजेपी के सम्राट यादव को 13191 वोट मिले थे। सीताराम यादव ने अपने प्रतिद्वंदी अतर लाल को 18406 मतों से पराजित किया था। कांग्रेस पार्टी के राव अर्जुन सिंह को 9238, निर्दलीय उम्मीद्वार नरेश यादव को 4278, अजय यादव को 2345, बाबूलाल को 406,अमित कुमार को 393,सुबोध कुमार को 269, राज को 162, हितेश को 127, साधना को 49,एसयूसीआई के सूबे सिंह को 1102, स्वराज इंडिया के संदीप यादव को 956, इनेलो की नीतू यादव को 666 व नोटा को 538 वोट मिले थे। यहां पर 2009 से 2014 तक कांग्रेस पार्टी से अनिता यादव, 2014 से 2019 तक भाजपा की संतोष यादव विधायक रही थी।
अब हरियाणा में विधान सभा चुनाव की तिथि निर्धारित होते ही विभिन्न पार्टियों की ओर से टिकट चाहने वाले उम्मीद्वारों की लंबी सूचि तैयार हो गई है, जिसे शीर्ष नेतृत्व द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है। सत्तारूढ दल भाजपा की ओर से पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव, विधायक सीताराम यादव की ओर से अहम दावेदारी की जा रही है वहीं जसवंत बबलू, प्रो.रोशन लाल, सुनील राव बिरड, कुलदीप सिंह, ब्रिजेश, मनीष कुमार संदीप, सुंदरलाल, विकास यादव, यतेंद्र्र सिंह, अजीत सिंह, विक्रम सिंह भी टिकट की दौड में शामिल हो रहे हैं। विधायक सीताराम यादव की ओर से भी विकास कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। उनकी ओर से कनीना में रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी को भूमिगत करवाने, कनीना-अटेली मार्ग पर आरओबी का कार्य शुरू करवाने व चुनाव घोषित होने से तीन दिन पूर्व स्टेट हाईवे 34 को मंजूरी दिलवाने में कामयाबी हासिल की है। पूर्व विधायक एवं डिप्टी स्पीकर संतोष यादव की ओर से हलके में लघु सचिवालय,अस्पताल,महिला महाविद्वालय,सब्जिमंडी,आनाज मंडी दमकल केंद्र,नहरी आधारित स्वच्छ पेयजल योजना आदि का कार्य करवाया गया था।
कांग्रेस पार्टी में भी टिकट चाहने वालों की लंबी सूुची है। जिसे देखकर पार्टी हाईकमान मिटिंग-दर-मिटिंग मंथन करने में जुटा हुआ है। कहा जा रहा है कि यह पार्टी इस समय बापू-बेेटे की पार्टी बनकर रह गई है। अनेकों नेताओं को उनकी नीति रास नहीं आ रही है जिसके चलते पार्टी कमजोर हो रही है। छोटे-बडे हुड्डा व आशा हुड्डा को अपना श्रेष्ठ मानने वाले नांगल चौधरी के पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह उनकी गलत नीतियों के कारण लोकसभा चुनाव से पूर्व पार्टी को अलविदा कह कर जेजेपी को ज्वाईन कर गए थे। ये सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमति किरण चौधरी तथा पूर्व सांसद श्रुति चौधरी कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह गई। जो पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल व उनके पुत्र कबनिा मंत्री चौ.सुरेंद्र सिंह की राजनीतिक विरासत को संभाल रही हैं। लौह पुरूष कहे जाने वाले चौ.बंसीलाल की जिक्र लोकसभा चुनाव के दौरान पाली में आयोजित जनसभा में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया था। उसके बाद से सियासत में उथल-पुथल के संकेत मिल रहे थे। मां-बेटी के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा की ओर से किरण चौधरी को राज्य सभा भेजने की तैयारी की जा रही है। श्रुति को भिवानी से विधान सभा की टिकट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अटेली हलके से कांग्रेस पार्टी के संभावित उम्मीद्वारों में पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिह दावेदारी जता रहे हैं जो हजकां की टिकट पर चुनाव लड कर विधायक बने थे। इसी प्रकार पूर्व सीपीएस अनीता यादव प्रमुख दावेदार हैं, जो पिछले विस चुनाव में दुष्यंत चौटाला की जेजेपी के साथ थी। उनके पुत्र सम्राट यादव ने जेजेपी की टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लडा था। संदीप सिंह,महेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, राजकुमार यादव, सुरेंद्र नम्ंबरदार, राधेश्याम, हेमंत शर्मा, सुभाष यादव, सुनिता मावता भी लाईन में हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस टिकट की दवेदारी जता रहे इन उम्मीद्वारों को दरकिनार कर पार्टी शीर्ष नेतृत्व 2019 में दूसरे स्थान पर रहे बीएसपी प्रत्याशी अतर लाल को उम्मीद्वार बना सकती है। जेजेपी की ओर से अभिमन्यू राव, बेदू राता, कुलदीप कलवाडी, सुविधा शास्त्री सुजापुर की ओर से टिकट की मांग की जा रही है। आम आदमी पार्टी से सतनारायण यादव व बीएसपी से अतर लाल की ओर से उम्मीद्वारी जताई जा रही है। करीब आधा दर्जनभर निर्दलीय प्रत्याशी भी हो सकते हैं। उम्मीद्वारों को टिकट अलाट होने के बाद राजनीतिक व चुनावी समीकरण बनेगें।

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