मदरहुड हॉस्पिटल व सचिन अस्पताल पलवल के चिकित्सक एवं टीम ने किया कमाल

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City24news/ज्योति खंडेलवाल
पलवल। कहते हैं ‘सत मास्या‘ यानी सात महीने में पैदा हुए बालक या बालिका का बचना काफी असंभव है लेकिन यहां सचिन अस्पताल में, मदरहुड हॉस्पिटल, गुरूग्राम की मेडिकल टीम पिछले दिनों, 7 महीने की समय से पहले पैदा हुई शहनाज के बच्चे की बेहतरीन देखभाल और चिकित्सक की जिससे उल्लेखनीय रिकवरी और इन नवजात को अस्पताल से डिस्चार्ज की कर दिया गया। प्रारंभिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, अस्पताल की नियोनेटल केयर टीम के समर्पित प्रयासों और टेलीमेडिसिन के इनोवेटिव उपयोग की बदौलत इस नवजात ने जोरदार रिकवरी की है। चमत्कार आमतौर पर ऐसी घटनाएं होती हैं जो हमारी समझ से परे होती हैं। हालांकि, एक हालिया इस मेडिकल मामले से पता चला है कि हम चमत्कार कर सकते हैं।

जन्म और प्रारंभिक स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंताएं:

शहनाज़ के बच्चे का जन्म गत 4 मई को हुआ, उस समय उसका वजन 2.2 किलोग्राम था और जन्म के तुरन्त बाद उसे सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। मदरहुड हॉस्पिटल, गुरूग्राम की ईएनआईसीयू इनिशिएटिव के हिस्से के रूप में बच्चे के मैनेजमेंट को टेलीमेडिसिन के माध्यम से सपोर्ट दिया गया था। अस्पताल के नियोनेटोलॉजिस्ट और विशेष कर्मचारियों द्वारा कैमरे के माध्यम से बच्चे की चौबीसों घंटे निगरानी की गई, जिससे सर्वाेत्तम संभव देखभाल सुनिश्चित करने के लिए वास्तविक समय साझा निर्णय लेने की अनुमति मिली। मेडिकल टीम ने तत्काल स्पेशल ब्रिथ सपोर्ट शुरू कर दिया, लेकिन शिशु की स्थिति को पहले दिन के भीतर और भी अधिक एडवांस रेस्पिरटेरी एसिस्टेंस की आवश्यकता थी। अगले कई दिनों में, नवजात की सांस लेने में सुधार हुआ, जिससे धीरे-धीरे सपोर्ट देने में कमी आई जब तक कि यह इस शिशु को 13वें दिन तक अपने आप सामान्य रूप से सांस लेने नहीं लगा।

फीडिंग एण्ड न्युट्रीशन

इस नवजात को दूध पिलाना एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि शुरुआत में शिशु को दूध पिलाने में इनटॉलरेंस से जूझना पड़ा। हालांकि, सावधानीपूर्वक मैनेजमेंट और आहार में धीरे-धीरे वृद्धि के साथ, यह बालिका पूर्ण आहार लेने में सक्षम हो गई थी।

वर्तमान स्थिति एवं डिस्चार्जः

अब यह शिशु 1 महीने का होने को आया है, शहनाज़ का बच्चा बहुत अच्छा कर रहा है, ठीक से खाना खा रहा है और बिना किसी बहारी सपोर्ट के सांस ले रहा है और स्थिर स्वास्थ्य बनाए हुए है। टेलीमेडिसिन विशेषज्ञता के साथ ऑन साइट देखभाल के संयोजन की सफलता के चलते, बच्चा घर जाने के लिए तैयार है।

यह मामला क्रिटीकल नियोनेटल केयर प्रदान करने, विशेषज्ञ मार्गदर्शन और दूर से निरंतर निगरानी की अनुमति देने में टेलीमेडिसिन की शक्ति को दर्शाता करता है। मदरहुड हॉस्पिटल की ईएनआईसीयू इनिशिटिव के सहयोग से सचिन हॉस्पिटल के डॉ. सचिन गुप्ता और टीम ने बच्चे की सफल रिकवरी करने में सफलता प्राप्त की।

सचिन अस्पताल के बारे में:

सचिन हॉस्पिटल विशेष नवजात शिशु देखभाल सहित उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है। उन्नत टेलीमेडिसिन केन्द्रों के साथ अस्पताल साझेदारी यह सुनिश्चित करती है कि सबसे कमजोर रोगियों को भी चौबीसों घंटे विशेषज्ञ देखभाल मिल सके।

मदरहुड हॉस्पिटल के बारे में:

मदरहुड हॉस्पिटल, गुरूग्राम, एक प्रीमियर हैल्थकेयर इंस्टीट्यूशन है जो अपनी व्यापक मातृत्व और नवजात सेवाओं के लिए जाना जाता है। ईएनआईसीय केन्द्र विभिन्न स्थानों के अस्पतालों में विशेषज्ञ नवजात देखभाल का विस्तार करने के लिए टेलीमेडिसिन का लाभ उठाता है, जिससे नवजात शिशुओं के लिए सर्वाेत्तम परिणाम मिल पाते हैं।

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