नायब तहसीलदार ने बुजुर्ग व्यक्ति को 500 रूपये देकर वाहवाही लूटी

-वयोवृद्ध व्यक्ति कनीना तहसील कार्यालय में जमींन के कागजात लेकर आया था
-पानी-चाय पिलाने के साथ-साथ प्राथमिकता से किया कार्य
-दयाभाव से प्रेरित होकर अन्य नागरिकों ने भी असहाय व निर्बल की मदद का भाव हुआ जागृत
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | तहसील कार्यालय कनीना में आने वाले नागरिक वैसे तो हररोज अपनी समस्याओं का समाधान करवाते हैं। लेकिन नायब तहसीलदार द्वारा वयोवृद्ध व्यक्ति को कुर्सी पर बैठाकर चाय-पानी पिलाने के समय तक न केवल उनका कार्य पूरा किया बल्कि बुजुर्ग व्यक्ति के हालात पर भावुक होकर किराए के रूप में 500 रूपये उसके हाथ में पकडा दिए। ये किसी फिल्म स्टोरी की पंक्तियां नहीं बल्कि जीता-जागता उदाहरण है। कनीना तहसील में कार्यरत नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल की ओर से वयोवृद्ध व्यक्ति तथा महिलाओं के कार्य को प्राथमिकता दी जाती है। वे अपने कार्यालय में उनकी जायज समस्या सुनते हैं ओर मातहत कर्मियों को शीघ्रता से समाधान करने का निर्देश देते हैं। दयालुता के भाव से भरे नायब तहसीलदार के सामने इस दौरान फरियादी के वरिष्ठ नागरिक होने या असहाय होने की बात सामने आती है तो कुछ हद तक आर्थिक मदद भी की जाती है। जिसकी चर्चाएं व्याप्त हैं।
रेवाडी जिले के वयोवृद्ध नागरिक ने कनीना तहसील के गांव में जमींन ले रखी है। जिसके काम से वह पिट्ठू बैग कमर पर लादकर उनके कार्यालय में आया था। जहां नायब तहसीलदार ने उनकी फरियाद सुनी ओर सम्ंबधित पटवारी से उनका कार्य शीघ्रता से करने के निर्देश दिए। बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी 5 मरला जगह में हनुमानजी का ंमदिर बनाने की पेशकश की। बुजुर्ग व्यक्ति ने भावुक होकर कहा कि पुत्र न होने के कारण बाहर-भीतर के सभी कार्य उन्हें ही करने पड रहे हैं। उनके जीवन में सुख कम व दुख अधिक हैं। नायब तहसीलदार ने उनसे घर जाने का किराया पूछा तो बुजुर्ग व्यक्ति की आवाज नहीं आने पर उन्होंने तत्काल 500 का नोट निकाल कर वयोवृद्ध व्यक्ति के हाथों में थमा दिया। बुजुर्ग व्यक्ति ने उम्मीद से अधिक कार्य पूरा होने पर सुख की सांस ली ओर भगवान ऐसे आॅफिसर बनाए रखने की दुआ की। इस दृष्य को देखकर कार्यालय में उपस्थित अन्य व्यक्तियों के दिल भी पसीज गया ओर उन्होंने भी निर्बल व असहाय की मदद करने का भाव मन में पैदा हुआ।