जिस दिन मेवात नशा मुक्त हो जाएगा, उस दिन मेवात अपराध मुक्त भी हो जाएगा : अतिरिक्त प्रदीप सिंह मलिक

किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं दवाइयों का दुरुपयोग : पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह
जिला के मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ लघु सचिवालय स्थित सभागार में हुई बैठक
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने कहा कि मेवात को नशा मुक्त करने के लिए विभिन्न स्तरों पर जागरूकता अभियान चला कर युवाओं को नशे से होने वाली बुराइयों के बारे में जागरूक करें। जिस दिन मेवात नशा मुक्त हो जाएगा, उस दिन मेवात अपराध मुक्त भी हो जाएगा। अतिरिक्त प्रदीप सिंह मलिक लोग सचिवालय के सभागार में नशे को लेकर जागरूकता अभियान के तहत ड्रग्स अधिकारियों व पुलिस प्रशासन की मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नशा करने के बाद ही युवक आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं। नशा करने वालों के परिवार उजड़ रहे हैं। ऐसे लोगों के परिवार आर्थिक, सामाजिक तथा शारीरिक पतन की ओर बढ रहे हैं। उन्होंने कहा नशा करने वालों को समय है कि वे अब भी सुधरने के साथ-साथ संभल जाएं। उन्होंने कहा नशा नाश का कारण होता है। नशा करने वालों के घर बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने स्टोर संचालकों को लाइसेंस देने, दवाइयों की बिक्री का रिकार्ड रखने सहित अन्य आवश्यक जानकारी सांझा की। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम में मेडिकल स्टोर संचालक कंधे से कंधा मिलाकर अपना सहयोग कर नशा मुक्त समाज बनाने में अहम भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए केमिस्टों को भी पूरी तरह पुलिस का सहयोग करना होगा।
बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में दवाइयों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए तथा कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक प्रतिबंधित नशीली दवाई न बेचें। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है, इसलिए मेडिकल संचालक भी इस अभियान का हिस्सा बन कर युवाओं का जीवन बचाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी सूरत में नशा को जड़ से मिटाना है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी मेडिकल स्टोर संचालक को लगता है कि कही पर नशा की दवाईयों की सप्लाई हो रही है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस व जिला प्रशासन को दें। उन्होंने मेडिकल स्टोर संचालकों को अपने मेडिकल स्टोर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिना किसी चिकित्सक की अधिकृत पर्ची के कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक किसी भी हालत में प्रतिबंधित दवाओं को न बेचें। यह न सिर्फ कानूनी रूप से गलत है, साथ ही इस तरह का व्यवहार लोगो में नशीली दवाओं के प्रयोग को बढ़ाता। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाई जा रही मुहिम में सभी मेडिकल संचालक अपना सहयोग दें।
इस अवसर पर केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान तेजपाल व जिले के विभिन्न स्टोर संचालक उपस्थित रहे।