रामजन्म पर जय श्री राम के जयघोषों से अयोध्या नगरी हुई गुंजायमान

City24news/अनिल मोहनिया
-राजा दशरथ को पुत्र रत्न की प्राप्ति पर लगी बधाई देने का तांता
-अयोध्या नगरी में फैला अलौकिक प्रकाश
नूंह | रावण के अत्याचारों से प्रताड़ित माता पृथ्वी गौ माता का रूप धारण कर जनमानस की करुण पुकार को लेकर इंद्रदेव के पास पहुंची ये वृत्तांत कस्बा नगीना में रामलीला विकास कमेटी नगीना (रजिस्टर्ड ) के तत्वाधान में आयोजित रामलीला के धार्मिक व मार्मिक प्रसंगक व दृश्य है। इंद्रदेव माता पृथ्वी को लेकर सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा जी के पास गए। ब्रह्मा जी इस समस्या के समाधान के लिए मां पृथ्वी व देवगणों को लेकर भगवान विष्णु जी के समक्ष गए। लंका पति रावण के अत्याचारों के बारे में ब्रह्मा जी ने ने विष्णु जी को अवगत कराया की रावण किस प्रकार से ऋषि मुनियों व अन्य प्राणियों पर निर्गम अत्याचार कर उन्हें प्रताड़ित कर रहा है। इस व्यथा को सुनने के पश्चात भगवान विष्णु ने उन्हें आश्वासन दिया की वे जल्द ही राम के रूप में राजा दशरथ के घर पर अवतार लेंगे ओर आप सभी को इन अत्याचारों से मुक्त कराएंगे। वहीं दूसरी और रावण के अत्याचार दिनों दिन निरंतर बढ़ते जा रहे है। वे निर्दोष ऋषि मुनियों की निर्गम हत्या करवा रहा है। ऋषि मुनियों ने रावण के अत्याचारों से दुखी होकर राजा रावण को श्राप दिया की उनका ये रक्त ही रावण तेरे विनाश का कारण बनेगा। दैत्य ऋषि मुनियों का रक्त एक कलश में भरकर रावण के दरबार में पहुंचे तो रावण ने आदेश दिया। इस रक्त के कलश को राजा जनक के राज्य मिथिला की भूमि में दबा (छिपा) आओ। वही दूसरी ओर अयोध्या के राजा दशरथ संतान प्राप्ति के लिए गुरु ऋंग ऋषि से विशेष पूजा अर्चना व यज्ञ कराया। जिसके फल स्वरुप राजा दशरथ को राम सहित चार पुत्र रतनों की प्राप्ति हुई। राम के जन्म होने पर जय श्री राम के जयघोषों अयोध्या नगरी गुंजायमान हो गई। राजा दशरथ को नगर वासियों की ओर से बधाई देने वालों का तांता लग गया। अंधेरे में डूबी अयोध्या नगरी अंधेरे से निकलकर प्रकाशवान हो गई । चहुओर अलौकिक प्रकाश फैल गया। जनता में हर्षोल्लास की लहर दौड़ गई ।
मंच संचालन:- रामलीला के कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण वह व्यवस्था के लिए मंच संचालन रजत जैन ने बहुत ही सुंदर व सुशील तरीके से किया जिसकी चहुँओर मुक्तकंठ भूरी भूरी प्रशंसा की गई।
इन्होंने निभाए पत्रों के किरदार : कुशल निर्देशन व निर्देशन मुकेश शर्मा संदीप सैनी, राकेश प्रजापत के कुशल निर्देशक व निर्देशन में गौ माता- मुकेश शर्मा, रावण- दीपक ऑफिसर, इंद्रदेव -दौलत प्रजापत, भगवान विष्णु- हरीश कालड़ा, दशरथ-राजू गांधी, गुरु वशिष्ठ-भारत श्री वास्तव, जनक-विनोद सेन,विभीषण-अजेय जाटव, कौशल्या – अमित जांगडा, मंत्री-सतीश प्रजापत, गुरु ऋंग ऋषि- सागर गोयल ,गायिका व नृत्यांगना – अमित जांगडा ने अपने अपने पात्रों के अनुसार दमदार कला (अभिनय) के माध्यम से किरदार निभाकर जनता को आत्म विभोर कर दिया।। ये भी रहे उपस्थित :- इस अवसर पर रामलीला विकास कमेटी नगीना के अध्यक्ष कमल शर्मा, कोषाध्यक्ष गोविंद दुबे, सचिव ओमकार साहू, सह सचिव उज्जवल जैन, संरक्षक सतपाल सैनी, प्रभु दयाल गंभीर लखपत कोहली, पूर्व पंच प्यारे लाल,पंडित जगन शर्मा, परसराम सैनी, सर्वजातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष रजत जैन, मोनू शर्मा शेर सिंह सैनी,रविन्द्र जैन, आदि उपस्थित रहे।