गाहड़ा-कनीना तथा मुख्य मार्ग से गुढा की टूटी संपर्क सडक का नहीं हुआ निर्माण

-सरकार द्वारा 15 जून तक सडक मार्ग दुरूस्त करने की घोषणा पर पानी फिरा
-ग्रामीणों तथा वाहन चालकों ने जताई नाराजगी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | महेंद्रगढ जिले के अंतिम छोर पर बसे सीमावर्ती गांव गाहड़ा से कनीना को जाने वाला सडक मार्ग जगह-जगह से टूट चुका है जिससे यात्रियों व ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में बव्वा निवासी सुरेंद्र सिंह यादव,सुरेश कुमार,सौरभ यादव,राजीव यादव,राजेश,पूर्व उप सरपंच रामौतार यादव,संतोष नम्बरदार,ईश्वर सिंह पूर्व सरंपच ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से सभी सडक मार्ग 15 जून 2025 तक दुरूस्त किए जाने की घोषणा की गई थी जो अब तक मात्र घोषणा ही बनी हुई है। उन्होंने बताया कि गाहड़ा गांव महेंद्रगढ जिले के पूर्वोत्तर दिशा का अंतिम छौर का गांव है जबकि उसके साथ लगता बव्वा रेवाड़ी जिले का गांव है। दोनों जिलों के दर्जनभर गावों को जोडने का सुगम मार्ग है, इस मार्ग से प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग आवागमन करते है कनीना से गाहडा होते हुए ये मार्ग झज्जर, रोहतक, पानीपत व चण्डीगढ जाने वाले यात्रियों के लिए भी छोटा मार्ग है। क्षतिग्रस्त हो चुके इस संपर्क मार्ग पर बीते समय अनेक दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है। इसी प्रकार महेंद्रगढ-कनीना स्टेट हाइवे 24 से गुढा लिंक मार्ग भी पिछले लंबे समय से टूटा हुआ है। कनीना में रेवाडी-बीकानेर रेल लाईन पर आरओबी निर्माण कार्य के चलते इस रोड से दिनरात हलके व भारी वाहन गुजरते हैं। वाहनों के दबाव के चलते लिंक मार्ग जगह-जगह से कट गया है जिससे सडक हादसों की संभावना बढ गई है। ग्रामीणों ने टूटे रोड को ठीक करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह की रोड बनाने की घोषणा पर अधिकारी पलौथी मारे बैठे हैं। प्रशासन इन सडक मार्गों को दुरूस्त करने की और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने बढते यातायात दबाव को देखते हुए मार्ग को चैड़ा कर नवीनीकरण की मांग की है।