2 फरवरी से सूरजकुंड मेला शुरू, टाइम-टिकट की कीमत भी देखें।
City24news@भावना कौशिश
फरीदाबाद ।
2 फरवरी से 18 फरवरी तक 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन हो रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश-विदेश के पर्यटकों को गुजरात की सांस्कृतिक धरोहर और उसकी प्रगति का अवश्यकता दिखाना है। यह मेला गुजरात के कला और शिल्प को एक मंच पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म प्रदान करता है।
मेले के प्रमुख गेट्स को गुजरात की सांस्कृतिक विरासत और शिल्पकला को प्रमोट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनमें गुजरात जोन के गेट्स नंबर एक, दो, पांच, फूड कोर्ट जोन और गुजरात जोन शामिल हैं, जो मेले के परिसर में स्थापित किए जाएंगे।
गुजरात के 50 से अधिक शिल्पियों को इस जोन में स्थान दिया जाएगा, जिन्हें अपनी कला और शिल्प को प्रदर्शित करने का एक अद्वितीय अवसर मिलेगा। इसके अलावा, इस बार के मेले में पार्टनर कंट्री तंजानिया और पूर्वोत्तर राज्यों में शामिल असम, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम को कल्चरल थीम स्टेट के रूप में जोड़ा गया है।
मेले का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा किया जाएगा और तीन फरवरी को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मेले में विशेष रूप से शिरकत करेंगे। इस मेले में मुख्य चौपाल व छोटी चौपाल पर दिन भर सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं, और खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट शामिल होंगे।
मेला परिसर में खुशबू गुजरात की फैलने लगी है। गुजरात अपनी कला और शिल्प की वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है, जैसे कि जामनगर की बांधनी (बंधाई और रंगाई की तकनीक), रेशमी
कैसे पहुंचे सूरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट्स मेल में?
मेला सुबह 10 बजे से शुरू होकर रात आठ बजे तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं और खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट शामिल हैं। इसके अलावा, बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी, जो उन्हें अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करने का अवसर देगी।