गांधी ग्राम घासेड़ा में राहुल गांधी के विचारों को आफताब अहमद की अगुवाई में समर्थन

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पूर्व सरपंच असद सहित सैंकड़ों बीजेपी, इनेलो छोड़ कांग्रेस में शामिल 
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | हरियाणा में चुनाव तारीख को भले ही संशय हो लेकिन प्रदेश के दक्षिणी जिले नूंह में कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद को समर्थन देने वालों के मन में कोई संशय नजर नहीं आ रहा। बुधवार को नूंह विधानसभा के गांधी ग्राम से जाने जाने वाले घासेड़ा में पूर्व सरपंच सहित सैंकड़ों लोगों ने बीजेपी, इनेलो, जजपा जैसे दलों को छोड़कर कांग्रेस का दामन में लिया।

कांग्रेस में शामिल होने वालों में ये रहे प्रमुख:

घासेड़ा के पूर्व सरपंच असद, सलीम उर्फ सल्ली इनेलो पदाधिकारी, अदनान असद, मौलवी जसमाल, शेरू काका, इलयास, उमेर, दिलशाद, वहाब, आबिद, हाफिज कामिल, दादा इमरत, मन्नान, मौलवी धोना, चाचा सलीम, नसरू, जमील, गफ्फार, जफरू, खुर्शीद, इसाक, खालिद, आमिर, आबिद, अकरम, नसीम, शहजाद, रफीक, खुर्शीद, सलीम, लियाकत, अफजल, मूला, नसीम, शौकत, शहजाद, जासमीन, इद्दी, ईसा, शहीदा, सब्बीर, सलीम, रिहात, जफरू, ताहिर, शौकत, राहुल, हासम, साबिर, कल्लू, आकिल, साद, निस्सू, आकिल, उस्मान, आजाद, हसीन, कालू, जाबिद, असलम, जमशेद, साहुन, अरशद, मौसिम, इसराइल, तारिक सहित सैंकड़ों लोग परिवार सहित कांग्रेस में शामिल हो गए।

बीजेपी व अन्य दलों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों ने बताया कि दस सालों से प्रदेश में बीजेपी का शासन है लेकिन नूंह जिले को कोई भी विकास नहीं मिला है बल्कि इलाके की शांति व कानून व्यवस्था को भी कमजोर करने की कोशिश की गई है। मूल भूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी , सिंचाई सुविधाएं भी बीजेपी सरकार देने में असमर्थ रही है। स्थानीय बीजेपी उम्मीदवार रहे नेता भी आम जनता के बीच से जरूरत के समय गायब रहे और स्थानीय हितों के बजाय व्यक्तिगत हितों को सर्वोपरि रखा।

नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी ग्राम घासेड़ा ने राहुल गांधी की यात्रा के दौरान ही साबित कर दिया था कि पूरा गांव गांधी की विचारधारा का समर्थक है और भाईचारे को मजबूत करने का हिमायती रहा है। आज गांधी ग्राम में राहुल गांधी की नियत नीति और नेतृत्व को समर्थन मिलना इसी का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भारत को अंग्रेजों से आजादी बंटवारे की त्रासदी के साथ मिली थी। तब देश के कई हिस्सों में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे। ऐसे समय में मेवातियों ने भारत को महात्मा गांधी के आह्वान पर अपना देश चुना था। गांधी अपनी हत्या  से करीब एक माह पहले 9 दिसंबर, 1947 में मेवात की यात्रा पर आए थे।  उन्होंने मेवात के मुसलमानों से भारत में ही रहने का आह्वान किया। गांधी की अपील पर मेवात के मुसलमानों ने यहीं रहने का मन बना लिया।

विधायक आफताब अहमद ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या देश के साथ साथ मेवों के लिए भी एक झटका थी। बीते दस सालों में मेवात में सरकार द्वारा महात्मा गांधी की नीतियों को नजरंदाज करने का काम किया गया है। मेवात के लोग जान गए हैं कि महात्मा गांधी की नीति सबको साथ लेकर चलने की रही थी और यही आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। कांग्रेस में गांधी के विचार और सिद्धांत सहित हर वर्ग के हित सुरक्षित हैं।

विधायक आफताब अहमद ने कहा कि घासेड़ा की तरफ से महात्मा गांधी को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी जब हर व्यक्ति गांधी की नीतियों वाली कांग्रेस को अपना समर्थन देगा।

सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि पूर्व सरपंच असद सहित सही साथियों का वो दिल की गहराइयों से कांग्रेस परिवार में स्वागत करते हैं। इससे गांव में पार्टी और अधिक मजबूत होगी और यहां के विकास को सरकार बनने पर तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।

विधायक आफताब अहमद ने कहा है कि एक तरफ बीजेपी के दस सालों की मेवात की अनदेखी है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के हुड्डा सरकार के दस सालों का विकास है। जनता मन बना चुकी है कि इस बार वो बीजेपी ओर उनके सहयोगियों इनेलो जजपा जैसे दलों के झांसे में नहीं आएगी और प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाएगी।

वहीं पीसीसी सदस्य महताब अहमद ने कहा है परिवार में नए शामिल हुए साथियों के मान सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। रुके हुए विकास कार्यों को तेज़ी से पूरा किया जाएगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, खेल, बिजली, पानी और सिचाई के पानी की मात्रा ओर गुणवत्ता को सुधारा जाएगा। आफताब अहमद के नेतृत्व में कांग्रेस जन लगातार अपना परिवार बढा रहे हैं। हर साथी के मान सम्मान में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। समय और हालात देखकर सभी गांवों को पति बाजी छोड़कर कांग्रेस को समर्थन देना चाहिए।

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