मानू रीजनल सेंटर में नूँह की छात्राओं को मिले पूर्ण अवसर: आफ़ताब अहमद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | मानू रीजनल सेंटर नूंह में आयोजित नई शिक्षा नीति पर 2 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में नूँह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफ़ताब अहमद ने माँग रखते हुए कहा कि इस संस्थान में विशेषकर नूँह जिले की लड़कियों को पूर्ण अवसर मिलें इसके लिए अगर सीटें बढ़ाने की ज़रूरत है तो उन्हें बढ़ाया जाये। उन्होंने कहा की लड़कियाँ लड़कों से कम बिल्कुल नहीं है ज़रूरत है की उन्हें अवसर दिए जायें।
इस दौरान विधायक आफ़ताब अहमद ने मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सैयद अमीनुल हसन, जामिया हमदर्द के उप कुलपति प्रोफेसर अभसार आलम, प्रोफेसर वनाजा एम, प्रोफेसर रियाज अहमद प्रिंसिपल मानू बी एड़ संस्थान नूँह, शिक्षकों और छात्रों से बातचीत कर अपने विचार प्रस्तुत किए।
बता दें कि 2014 में आफ़ताब अहमद के मंत्री होते हुए ही इस संस्थान की शुरुवात कराई गई थी जिसमें विधायक आफ़ताब का अच्छा योगदान रहा था।
विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि मानू संस्थान लगातार प्रगति कर रहा है, मात्र एक स्कूल से शुरू होकर आज पूरा शानदार कैंपस मौजूद है जिसमें बाहरवीं कक्षा तक स्कूल, बी एड संस्थान और बी ए की कक्षाएँ चल रही हैं। विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि बी ए की कक्षाओं में लड़कियों के लिए सीटें बढ़ाई जायें ताकी उन्हें अच्छे अवसर मिल सकें।
विधायक आफ़ताब अहमद ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि जब इस संस्थान की शुरुवात कर रहे थे तो कई तरह की चुनौतियाँ थी लेकिन उन्होंने हमेशा पूरी तत्परता से इस इदारे के कार्य को आगे बढ़वाने का प्रयास किया था और आगे भी इस संस्थान के साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि यहाँ के छात्र और छात्राओं को रोज़गार के अधिक अवसर पैदा करने के लिए ये संस्थान शुरू किया गया था जिसमें ये सफल भी हुआ है। उर्दू विषय से पढ़ने वाले छात्रों के लिए रोज़गार के काफ़ी अवसर खुलें हैं। विधायक आफ़ताब अहमद ने अपील करते हुए कहा कि स्थानीय युवा इस इदारे में ज़्यादा संख्या में दाख़िला लेकर लाभ उठायें।
वहीं विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा का महत्व देश के सामाजिक, आर्थिक और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह लड़कियों को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वास और सशक्त बनाती है, जिससे वे अपने और अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन बना सकती हैं।
लड़कियों की बढ़ती शिक्षा लैंगिक असमानता को कम कर, स्वास्थ्य में सुधार करेगी और देश की समग्र प्रगति में योगदान देगी।
