तिरवाड़ा-नई में तब्लीगी जलसे के लिए किए गए सख्त सुरक्षा इंतज़ाम
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिले की पुनहाना विधानसभा क्षेत्र के तिरवाड़ा-नई गांव में चल रहे तीन दिवसीय इस्लामिक तब्लीगी जलसे के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं। जलसे के रूटों पर पुलिस,होमगार्ड जवान लगाए गए हैं। जलसे में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए जगह-जगह पर मिठा पानी और फल वितरित किए जा रहे हैं। इस्लामिक जलसे में मौलाना हजरत साद साहब का मुस्लिम समाज के लोगों को यही पेगाम होता की बुराइयों को छोड़ कर अच्छाई के रास्ते पर चले और नमाज़ पढ़े,गलत कामों को छोड़ दें। हराम रोजी खाना हमारा मजहब नहीं सिखाता। इस तरह की बातें इस्लामी जलसे में की जाती है।
इंतजामिया कमेटी ने जलसे के सभी मार्गों पर वालंटियर तैनात किए हैं, साथ ही पार्किंग की भी उचित व्यवस्था की गई है। लगभग 10 से 12 एकड़ में फैले टेंट में शौचालय, पानी, बिजली, मेडिकल कैंप, दमकल, वजूखाना और अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। जलसे की व्यवस्थाओं में करीब 1000 तब्लीगी वालंटियर लगे हुए हैं।
यह तीन दिवसीय जलसा 27 अक्टूबर को दुआ के साथ संपन्न होगा, जिसमें मौलाना हजरत साद साहब दुआ कराएंगे।
गौरतलब है कि तब्लीगी जमात की शुरुआत वर्ष 1926 में हरियाणा के नूंह जिले से ही हुई थी। यह जलसा किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि समाज में सुधार, भाईचारे और अमन-शांति का संदेश देने के लिए आयोजित किया जाता है। जलसे के अंतिम दिन लाखों लोग एक साथ देश में अमन और शांति के लिए दुआ करेंगे, जिसके साथ इस्लामिक जलसा संपन्न होगा।
