नूंह में बेसहारा गौवंश पुनर्वास हेतु विशेष अभियान प्रारंभ

– सड़कों पर छोड़े गए गौवंश पर होगी सख्त कार्रवाई : उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा।
– जिला की गौशालाओं में भेजे जाएंगे बेसहारा पशु
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा की अध्यक्षता में बेसहारा गौवंश के पुनर्वास को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने जानकारी दी कि हरियाणा प्रदेश के सभी नगरपालिका, नगरपरिषद, नगरनिगम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 01 अगस्त से 31 अगस्त 2025 तक बेसहारा गौवंश के पुनर्वास के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में जिला नूंह की 10 पंजीकृत गौशालाओं में लगभग 4993 गौवंश संरक्षित हैं। इस अभियान के अंतर्गत बेसहारा गौवंश को सड़क से उठाकर जिले की विभिन्न पंजीकृत गौशालाओं में भेजा जाएगा। उपायुक्त ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि श्री चेतन दास गौसंवर्धन धन संस्था संगेल में 300, श्री वीर भगत सिंह गौशाला किरा में 100, श्री दयानंद गौशाला समिति बडौजी में 50, श्री गोवर्धन गौशाला आटा में 50 और मेवात क्षेत्र गौशाला समिति फिरोजपुर झिरका में 400 गौवंश को रखने की अतिरिक्त क्षमता है।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि अक्सर यह देखा गया है कि दूध निकालने के बाद पशुपालक अपने गौवंश को सड़कों पर बेसहारा छोड़ देते हैं, जिससे यातायात और सुरक्षा संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इस अभियान के दौरान पकड़े गए प्रत्येक गौवंश को 12 अंकों का यूनिक टैग लगाया जाएगा ताकि उनकी पहचान सुनिश्चित की जा सके और उनके रख-रखाव पर निरंतर निगरानी रखी जा सके।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी पशुपालक का गौवंश बेसहारा घूमता हुआ पकड़ा गया तो पहली बार संबंधित गौशाला को 5000 रुपये और दूसरी बार पकड़े जाने पर 11000 रुपये का जुर्माना अदा करना होगा। उपायुक्त ने पशुपालकों को सख्त हिदायत दी कि वे अपने पालतू पशुओं को बेसहारा सड़कों पर न छोड़ें।
बैठक में उपस्थित जिला नगरपरिषद आयुक्त दलबीर सिंह तथा उप निदेशक पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग, नूंह डॉ. विरेंद्र सहरावत ने भी जिले के सभी पशुपालकों से अपील की कि वे प्रशासन के इस प्रयास में सहयोग करें और इस अभियान को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।