राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की सोच का अनुसरण करे समाज: आफताब अहमद

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिला मुख्यालय पर वीरवार को कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दोनों महान विभूतियों को खिराज ए अकीदत पेश की। इस दौरान पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यकर्ताओं ने गांधी के बताए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम दोनों नेताओं के देश और समाज के प्रति दिए गए अमूल्य योगदान को स्मरण करने और उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि महात्मा गांधी ने सबसे ज्यादा संघर्ष के दौर में अहिंसा के मार्ग को चुना, आज के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। महात्मा गांधी विदेश में भी भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए आगे बढ़ते रहे और उनकी इसी प्रतिभा का विदेशी भी लोहा मानते थे।
विधायक आफताब अहमद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्य, अहिंसा और प्रेम का आधार लेकर अंग्रेजी सत्ता से जुझने वाले इस संत पुरुष से अंग्रेजी सत्ता भी कांपती थी। जनता के बीच रहकर सादा जीवन, उच्च विचार का आदर्श उन्होंने कायम किया। मृत्यु के बाद भी, अपने कीर्ति के बल पर, वे आज भी अमर हैं। आफताब अहमद ने गांधी के विचारों का जिक्र करते हुए सत्य, अहिंसा, सौहार्द और मानवता के सिद्धांतों को अपनाने पर जोर दिया। नफ़रत की राजनीति के खिलाफ और सामाजिक सौहार्द के लिए गांधी जी का योगदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि छोटी मूर्ति पर महान कीर्ति इस शब्दों में जिनके 18 माह के प्रधानमंत्रित्व काल का वर्णन किया जाता है, वे लाल बहादुर शास्त्री 1965 के भारत-पाक युद्ध के कारण सदैव स्मरण में रहेंगे।
जय जवान जय किसान का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री का कार्यकाल बेहद साफ़ और सफल रहा था। आफताब अहमद ने बताया कि एक बार रेल मंत्री रहते हुए एक हादसे में वो अपना इस्तीफा देने पर अड़ गए थे जबकि आज की राजनीति में नैतिकता मर गई । शास्त्री जी के जीवन की झलकियां आज भी लाखों भारतीयों को प्रेरित करती हैं। है।
इस दौरान आमिल चैयरमैन ब्लॉक समिति नूह, चौ० सपात मेवली, नईम इकबाल फिरोजपुर नमक, मदन तंवर पार्षद नूह, वहीद सलम्बा, तैय्यब सरपंच मेवली, जमशेद सरपंच आकेड़ा, हासम चैयरमैन मुरादबास, इखलास नूह, यूनुस सरपंच कोटला, मकसूद अड़बर, हाजी बशीर सालाहेड़ी, इल्यास उर्फ लीडर सालाहेड़ी, आसिफ मेवली, रमजान जोगीपुर, शमीम रहनिया, अल्ताफ डीके, आफाक सालाहेड़ी, तौफीक अड़बर, तौसीफ़ नूह, खालिद, मोइन नूंह आदि मौजूद रहे।