गुरुकुल भादस में मनाई शरद पूर्णिमा, हजारों लोगों ने लिया औषधि खीर का लाभ

-कबीर पंथ के सत्संग से मेवात में दिया गया सामाजिक समरसता और स्वास्थ्य का संदेश।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | गुरुकुल भादस में पारंपरिक और आध्यात्मिक उल्लास के साथ शरद पूर्णिमा उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित औषधि खीर कार्यक्रम में खांसी, जुकाम, नजला, दमा जैसी बीमारियों के उपचार के लिए तैयार की गई आयुर्वेदिक औषधि का सेवन हजारों लोगों ने किया। इस वर्ष कार्यक्रम में न केवल मेवात बल्कि राजस्थान, पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी और गुरुग्राम सहित कई जिलों से श्रद्धालु शामिल हुए। गुरुकुल परिसर में यह आयोजन वर्षों से होता आ रहा है, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक चिकित्सा और वैदिक पद्धति से रोगों का निवारण करना है। इस बार के आयोजन को खास बनाने के लिए गुरुकुल भारत मंच और कबीर पंथ द्वारा संयुक्त रूप से एक सत्संग कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें संतों ने समाज में एकता, शांति और संयम का संदेश दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी शुद्धबोधा नंद जी गुरुकुल गदपुरी ने की। मंच पर महंत गंगादान डागर, पूज्य सुखदेव महाराज, नाथूराम गुर्जर, ओमप्रकाश भजन उपदेशक, मानक चंद आर्य, मास्टर नानक चंद, करण नगीना मंडल अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा, मोहरा सिंह, शिवराम, शेर सिंह, बलबीर आर्य और रतन लाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। संतों ने अपने प्रवचनों में कहा कि शरद पूर्णिमा केवल आरोग्य का पर्व नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और सामूहिक स्वास्थ्य का प्रतीक है। गुरुकुल परिवार ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हर वर्ष हजारों लोग रोगमुक्ति और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त करते हैं। कार्यक्रम के समापन पर भजन, सत्संग और प्रसाद वितरण के साथ वातावरण भक्ति और उल्लास से गूंज उठा।