औवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने को लेकर एसडीएम और सीटीएम को मिली चालान की पावर

-सडकों की हालत में सुधार तथा राजस्व में वृद्धि होने की बन रही संभावना
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | महेंद्रगढ जिले के विभिन्न सडक मागों पर सरपट दौडने वाले औवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए हरियाणा सरकार ने एसडीएम व सीटीएम को भी चालान करने की पावर दे दी है। ऐसा करने से सडक मार्गों की हालत में सुधार रहने तथा सडक हादसों में भी कमी होने की संभावना बन रही है। महेंद्रगढ-कनीना सडक मार्ग पर एनएच 152डी तक सडक की हालत दयनीय हो चुकी है। जबकि यह सडक मार्ग करीब दो वर्ष पूर्व तैयार किया गया था। सडक में जगह-जगह दरारें आने से हाल ही में आनन-फानन में पैचवर्क का कार्य भी किया गया है। जो अधिक टिकाउ साबित नहीं रहा है। उन्हाणी में रामपुरी नहर के साइफन वाले स्थान पर सडक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। जिससे हादसों को बढावा मिल रहा है। एसडीएम व सीटीएम को औवरलोड वाहनों के चालान की पावर देने से भारी वाहन चालकों में भय पनपने लगा है। ये दोनों अधिकारी अपने काम के अलावा वाहनों के चालान भी काट सकेंगे। हरियाणा सरकार के परिवहन आयुक्त रविश हुड्डा की ओर से इस संदर्भ में एक लेटर भी जारी किया गया है। जिसमें चालान काटने के लिए आईडी और पासवर्ड जेनरेट करने की बात कही गई है। अब उनकी ओर से आरटीए की तरह ही वाहनों के चालान काटे जा सकेगें। देखा जाए तो सरकार ने पहले भी ऐसे आदेश दिए थे लेकिन उन अधिकारियों के आईडी और पासवर्ड जेनरेट नहीं किए थे। सरकार के इस फैसले के बाद सडकों की हालत ठीक रहने के साथ-साथ सडक हादसों में कमी तथा राजस्व में बढोतरी होने की संभावना है।