आकांक्षी खंडों के गांवों के विकास में सरपंच निभाएं महत्वपूर्ण भूमिका – जान मोहम्मद 

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– आकांक्षी गांव कार्यक्रम के तहत तीन श्रेणियों में दिए जाएंगे 10 लाख, 5 लाख व 3 लाख रुपए के इनाम – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
– बाल भवन सामुदायिक केंद्र में जिला स्तरीय संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह आयोजित 
– कहा, आगामी 15 दिनों में नीट व आईआईटी की निशुल्क कोचिंग होगी शुरू
City24news/अनिल मोहनिया 
नूंह | नीति आयोग की ओर से शुरू किए गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत जिला नूंह में शिक्षा, कृषि सहित कई संकेतकों में अच्छा कार्य किया है, जिसके लिए मुख्यमंत्री कल 1 अगस्त को चंडीगढ़ में आयोजित संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह में उपायुक्त व संबंधित विभागों के अधिकारियों को सम्मानित करेंगे। इसी कड़ी में वीरवार को बाल भवन सामुदायिक केंद्र में जिला स्तरीय संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें जिला परिषद के अध्यक्ष जान मोहम्मद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए तथा उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में आकांक्षी खंड पुन्हाना व नूंह के सरपंच, ब्लाक समिति चेयरमैन, आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। 

 चेयरमैन जान मोहम्मद ने कहा कि गांवों के विकास में सरपंच की बहुत अधिक भागीदारी होती है। सरपंच का प्रयास होना चाहिए कि सरकार की विभिन्न विभागों से संबंधित योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाना सुनिश्चित करे। सरपंच गांवों में शिक्षा, महिला विकास, खेल, स्वास्थ्य आदि सभी बिंदुओं पर मेहनत से कार्य करें और अधिक से अधिक ग्रामीणों को इन योजनाओं का लाभ पहुंचाएं। 

आकांक्षी गांव कार्यक्रम शुरू, तीन श्रेणियों में मिलेेंगे 10 लाख, 5 लाख व 3 लाख रुपए के इनाम 

 उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने आज के समारोह में नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम की तर्ज पर आकांक्षी गांव कार्यक्रम भी लांच किया और कहा कि इन गांवों में नीति आयोग के संकेतकों के तहत तो सभी कार्य करने ही हैं, लेकिन इसके साथ ही जो गांव जीरो ड्राप आउट करेगा व बोर्ड परीक्षाओं में 5 विद्यार्थियों के 90 प्रतिशत से अधिक आएंगे और स्वच्छता व टीकाकरण कार्यक्रमों सहित अन्य सभी कार्यों में बेहतर प्रदर्शन करेगा, उस गांवों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: 10 लाख, 5 लाख व 3 लाख रुपए के इनाम दिए जाएंगे। इस कार्यक्रम का मकसद है कि गांवों में सभी स्तरों पर विकास हो। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की गाइडलाइन के अनुसार जिला नूंह में सभी बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है। पहले यह जिला 108वीं रैंक पर था, लेकिन अब इस रैंक में काफी सुधार हुआ है। जिला में इस समय संस्थागत डिलीवरी 90 प्रतिशत हैं, जिसे 100 प्रतिशत पहुंचाना मुख्य लक्ष्य है। शिक्षा के क्षेत्र में विकास की ओर भी अधिक ध्यान दिया जाएगा और बोर्ड परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस कार्य में गांवों के सरपंच भी अपेक्षित सहयोग करें। इसी प्रकार आगामी दिनों में जिला के 40 स्कूलों में सौर ऊर्जा के पैनल लगाएं जाएंगे, ताकि स्कूलों में दिनभर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इसी प्रकार पीएम सूर्य योजना के तहत भी 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल भी गांवों में कोई भी व्यक्ति लगवा सकता है, जिसके लगने के बाद बिजली का बिल भी काफी कम आएगा। 

एमडीए के माध्यम से शिक्षा के सुधार के लिए व्यापक स्तर पर योजनाएं होंगी क्रियान्वित 

उपायुक्त ने बताया कि एमडीए के माध्यम से आगामी 15 दिनों में एक नई योजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत नीट व आईआईटी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जिला नूंह में निशुल्क कोचिंग शुरू की जाएगी। इस बार जिला के करीब 27 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा में अच्छा स्कोर लेकर सरकारी संस्थानों में दाखिला सुनिश्चित किया है। प्रशासन का प्रयास है कि इस संख्या में आगामी वर्षों में उल्लेखनीय इजाफा किया जाए। एमडीए की ओर से इन उम्मीदवारों को सम्मानित भी किया गया है। इसी प्रकार कक्षा दसवीं में छात्राओं द्वारा 60 प्रतिशत व छात्रों द्वारा 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद जिला नूंह के सरकारी स्कूलों में कक्षा 11वीं व 12वीं में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृतियां प्रदान की जाएंगी। इसके लिए स्कूल में 80 प्रतिशत उपस्थिति भी जरूरी है। इस योजना के तहत कक्षा 11वीं व 12वीं के आट्ïर्स के विद्यार्थियों को 500 रुपए तथा वाणिज्य व विज्ञान के विद्यार्थियों को एक हजार रुपए प्रति माह प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा जिला के बड़े गांवों में लाइबे्ररी खोली जाएंगी, जिसके लिए उन्होंने 37 गांवों के सरपंचों को अर्ध सरकारी पत्र भेजकर प्रस्ताव भिजवाने के संबंध में लिखा गया था, लेकिन अभी तक 20 गांवों से ही प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। 

एनएच-248ए के फोर लेन निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित

 उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जिला नूंह से गुजर रहे एनएच-248ए पर नूंह से फिरोजपुर झिरका में राजस्थान सीमा तक फोरलेन सड़क का निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए निवेदाएं आमंत्रित की चुकी हैं। इस सड़क का निर्माण 46.95 किलोमीटर से शुरू होकर 95.97 किलोमीटर तक करीब 49 किलोमीटर लंबाई में होगा। गांव मालब व गांव भादस में इस मार्ग का अलग से सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जाएगा। इस कार्य पर अनुमानित 310.44 करोड़ रुपए की लागत आएगी और इसका निर्माण कार्य 24 माह में पूरा किया जाएगा। 

 उपायुक्त ने कार्यक्रम में आकांक्षी खंड कार्यक्रम के तहत उत्कृष्टï कार्य करने वाले कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों तथा विभिन्न गांवों के सरपंचों को सर्टिफिकेट व शील्ड देकर सम्मानित किया। 

 कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार का विकसित भारत बनाने के अभियान में सरपंच मुख्य कड़ी हैं। देश तभी विकसित की श्रेणी में आएगा, जब सभी गांव पूर्ण रूप से विकसित होंगे। यह कार्यक्रम एक अच्छा प्रयास है जहां पर अच्छा कार्य करने वाले गांवों व सरपंचों को सम्मानित किया जा रहा है। 

 इससे पहले जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप सिंह अहलावत ने सभी अतिथियों व कार्यक्रम में उपस्थित सरपंच आदि का स्वागत किया और आकांक्षी जिला कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

 इस अवसर पर एसडीएम नूंह अशोक कुमार, सिविल सर्जन डा. सर्बजीत थापर, कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ वीरेंद्र देव आर्य, महिला एवं बाल विकास अधिकारी मीरा कुमारी, जिला संयोजक विकल, एमडीए से परियोजना अधिकारी शमीम अहमद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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