गांवों में नशे जैसी बुराई को खत्म करने के लिए सरपंच निभाएं सक्रीय भूमिका – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा

– गांवों के विकास, शिक्षा में सुधार, साइबर क्राइम, नशा मुक्त अभियान में सहयोग के मुद्दों पर खंड पिनगवां के सरपंचों की बैठक आयोजित
– सरपंच गांवों में 15 से 20 लोगों की टीम बनाकर नशे जैसी बुराई को खत्म करने के लिए करें कार्य- पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार
– गांवों में न बिकने दें नशा, जो बेचता है उसकी नजदीकी पुलिस थानों में दें सूचना
– सभी सरपंच युवाओं को साइबर क्राइम जैसे अपराधों से दूर रहने के लिए जागरूक करें
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |उपायुक्त विश्राम कुमार व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार की अध्यक्षता में खंड पिनगवां के सभी गांवों के सरपंचों की बैठक गांव खानपुर घाटी में आयोजित रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान आयोजित हुई, जिसमें गांवों के विकास, सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार, युवाओं को साइबर क्राइम से बाहर निकालने, अवैध खनन, गांवों में नशा मुक्त अभियान चलाने सहित अन्य सामाजिक बुराइयों को खत्म करने में उनकी भूमिका के बारे में विचार-विमर्श किया गया तथा सभी सरपंचों से इन कार्यों में जिला प्रशासन का सहयोग करने का आह्वïान किया गया। इसके साथ ही गांवों में बच्चों के लिए खेल गतिविधियां बढ़ाने, लाइब्रेरी बनवाने सहित अन्य विकास के मुद्ïदों पर काम करने पर भी जोर दिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि जिला नूंह क्षेत्रों को शिक्षा, खेल व विकास में आगे बढ़ाने के लिए सभी सरपंचों को सहयोग अपेक्षित है। अगर सरपंच सक्रीय रूप से कार्य करेंगे तो वे अपने गांवों व युवाओं का विकास अच्छे से करवा पाएंगे। उन्होंने कहा कि गांवों में नशा मुक्त अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप दिया जाए। उन्होंने सरपंचों से अपील की कि वे अपने-अपने गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाएं और युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सकारात्मक प्रयास करें। गांवों मेें जो व्यक्ति नशे के आदी हो चुके हैं, उनका नशा आसानी से छुड़ाया जा सकता है। इसके लिए मांडी खेड़ा स्थित अस्पताल में कमरा नंबर- 45 में अलग से वार्ड बनाया गया है, जहां पर इलाज व खाना निशुल्क है। यहां पर इलाज के साथ-साथ काउंसलिंग भी की जाती है, ताकि प्रभावित व्यक्ति को नशा छोड़ने में आसानी हो।
उपायुक्त ने सभी सरपंचों से आग्रह किया कि वे अपने गांव में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठने के लिए कक्षा दसवीं व 12वीं के विद्यार्थियों पर विशेष फोकस करें और गांव में 10वीं और 12वीं कक्षा का रिजल्ट सुधारने के लिए मेहनत से कार्य करें। गांव में बदलाव लाना में सरपंच की अहम भूमिका होती है। अपने गांव में बच्चों की पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी बनवाएं।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा है कि पुलिस विभाग की ओर से गत दिनों नशा मुक्त पखवाड़ा चलाया गया, जिसका उद्देश्य था कि जिला नूंह नशा मुक्त हो और स्वस्थ समाज का निर्माण हो। पुलिस विभाग की ओर से एसआई रविंद्र के नेतृत्व में पांच पुलिस कर्मचारियों की एक टीम गठित की गई है, जो जिला में नशे के आदी लोगों की जानकारी जुटाने के लिए गांवों में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। इस टीम ने अब तक करीब 24 गांवों में घर-घर जाकर सर्वे का कार्य पूरा किया है। इस सर्वे में अब तक सात नशे के आदी व्यक्तियों की पहचान की गई, जिनका मांडी खेड़ा अस्पताल में इलाज शुरू करवा दिया है। सभी गांव के सरपंच भी अपने गांव में नशे के आदी व्यक्तियों की पहचान कर उनका इलाज शुरू करवा सकते हैं। इसके लिए गांव में 15 से 20 लोगों की एक टीम बना दी जाए। जो नशे के आदी हो चुके व्यक्तियों की पहचान करेगी और मांडी खेड़ा स्थित अस्पताल के कमरा नंबर- 45 में संपर्क कर उनका इलाज करवाएगी। इसके साथ ही यह टीम काम में नशे की बुराई के बारे में जागरूक करे तथा सरपंच इस टीम से सप्ताह में एक बार मीटिंग करें तथा सप्ताह के कार्य की प्रगति की समीक्षा कर आगामी रूपरेखा बनाएं। गांव में नशे की बिक्री न होने दें। जो लोग नशा बेच रहे हैं, उनकी जानकारी संबंधित थाना में दी जाए। अगर वहां पर सुनवाई नहीं हो रही है तो संबंधित क्षेत्र के उप पुलिस अधीक्षक को मिलकर जानकारी दें। वहां पर भी सुनवाई न होने की स्थिति में वे प्रत्येक बुधवार को दिन में उनके कार्यालय में उनसे मिल सकते हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम, अवैध खनन के मामले भी पुलिस के संज्ञान में लाए जाएं, ताकि जरूरी कार्यवाही की जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने कहा कि अगर किसी गांव में खेल मैदान तैयार करने की जगह उपलब्ध है तो इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दें, ताकि आपके गांव में खेल मैदान तैयार करवाया जा सके। इसके अलावा करीब 400 वर्गगज की जगह मिलने पर लाइब्रेरी का भी निर्माण करवाना संभव है। इस अवसर पर जिला परिषद के चेयरमैन जान मोहम्मद, ब्लाक समिति के वाइस चेयरमैन साहिब कलाम, डीडीपीओ मनीष मलिक, सरपंच वसीम अकरम, जसवंत गोयल सहित अन्य अधिकारी व गांवों के सरपंच मौजूद थे।