गुढा गांव की बेटी सारिका ने बेंगलुरू में आयोजित मैराथन में जीता कांस्य पदक

-अक्टूबर 2025 में इंडोनेशिया में आयोजित होने वाली चैंपियनशिप में करेगी भारत का प्रतिनिधित्व
-परिजनों व ग्रामीणों ने जताई खुशी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | मैराथन में हिस्सा लेने वाली गुढा गांव की बेटी सारिका ने हाल ही में बेंगलुरू में आयोजित 45वीं मास्टर्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता में कांस्य पदक प्राप्त कर आगामी अक्टूबर-2025 में इंडोनेशिया में आयोजित होने वाली चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। जिसे लेकर परिजनों तथा ग्रामीणों ने खुशी जताई है। कनीना विकास खंड के गांव गुढा निवासी सारिका दिल्ली पुलिस में बतौर एचसी कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि वह 2006 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुई थी। ड्यूटी से घर लौटने पर पार्क में सैर पर जाने लगी। वहां उन्होंने उन्य महिलाओं की प्रेरणा से दौड लगाना शुरू कर दिया। उसके बाद जब मैराथन का आयोजन हुआ तो उन्होंने उसमें अपना प्रतिनिधित्व किया। जिसमें उन्हें श्रेष्ठ स्थान मिला। इसके बाद पार्क की सैर दौड में बदलने लगी ओर सारिका ने पीछे मुडकर नहीं देखा। सारिका ने पिछले करीब डेढ वर्ष में 8 हाफ मैराथन 21 किलोमीटर, 14 मैराथन 10 किलोमीटर, 6 मैराथन 5 किमी की पूरी कर चुकी है। स्वास्थ्य को फिट रखने के लिए वह प्रतिदिन 8-10 किलोमीटर तक दौड लगाती है। पिछले दिनों में दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित 10 व 5 किमी दौड में उन्होंने गोल्ड मैडल प्राप्त किया था। उसके बाद उन्होंने कांतिरावा खेल स्टेडियम बैंगलौर में आयोजित 45वीं नैशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में 5 हजार मीटर दौड में कांस्य पदक हासिल किया है। ये पांच दिवसीय प्रतियोगिता 9 मार्च तक आयोजित की गई थी। जिसमें देश के सभी राज्यों से प्रतिभागी शामिल हुए थे। इस प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करने के बाद सारिका का चयन एशियन ओर विश्व मास्टर्स चैंपियनशिप प्र्रतियोगिता के लिए हुआ है।
पति का मिला सहयोग
सारिका ने बताया कि वर्ष 2003 में उनकी शादी सिसोठ, महेंद्रगढ वासी अनिल यादव के साथ हुई थी जो उस समय भारतीय सेना के सिपाही थे। उनकी बेटी हिमांशु यादव मैडीकल की पढाई कर रही वहीं बेटा दीपांशु यादव काॅलेज में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। उन्होंने बताया कि मैराथन में हिस्सा लेने के प्रति उनके अनिल यादव का सहयोग रहा है। सारिका की उपलब्धि पर परिजनों तथा गामीणों ने खुशी व्यक्त की है।