बंदरों के बढते आतंक को लेकर आरडबल्यूए ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

City24news@ऋषि भारद्वाज
होडल | नगर परिषद प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर की अधिकांश कालोनियोंं,बाजार,अस्पताल,रेलवे स्टेशन,सरकारी कार्यालय,विद्यालयों व अन्य विभिन्न स्थानों पर बंदरों का पूरा आतंक व्याप्त है। उत्पाती बंदर आए दिन किसी न किसी बच्चे,बुजुर्ग,पुरुष या महिला को अपने उत्पात का शिकार बनाकर गंभीर रुप से घायल कर देते हैं। मामले को लेकर रेजीडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन बल्लभकुंज व बार एसोसिएशन के प्रधान हरबीर सिंह तंवर के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने एसडीएम द्विजा को ज्ञापन सौंपा और बंदरों के उत्पात से निजात दिलाने की मांग की। आरडबल्यूए के प्रधान रमनलाल पंखीया ने ज्ञापन में बताया कि शहर की कालोनियों में बंदरों का आतंक व्याप्त है। उत्पाती बंदर जहां घरों में महिलाओं के लिए पूरा दिन सिरदर्द बने रहते हैं, वहीं बंदरों के उत्पात से प्रात: सांय सैर करने वाले महिला पुरुष भी अछूते नहंी हैं। बंदर उन पर भी आए दिन जानलेवा हमला कर घायल कर रहे हैं। बंदरों के उत्पात के कारण आए दिन कोई ना कोई बच्चा,महिला या पुरुष घायल होता रहता है। सरकारी कार्यालयों,मंदिरों व विद्यालयोंं में तो बंदर झुंड बनाकर पहुंचते हैं और दहशत का माहौल पैदा कर उन्हें घायल करने से भी नहीं चूकते हैं। घरों की छतों पर रखी पानी की टंकियों और पाईप लाईन को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। स्कूली बच्चों का घरों से निकलना दूभर कर दिया है। दर्जनों की संख्या में झुंड बनाकर आए हुए बंदर बिजली की तारों पर झूलते रहते हैं, जिसके कारण स्ट्रीट लाईट खराब हो जाती है और कालोनी में अंधेरा छा जाता है। प्रघान रमनलाल पंखीया ने बताया कि इस मामले में कालोनी के लोग कई बार नगर परिषद कार्यालय पहुंच चुके हैं,लेकिन कार्यालय मेंं कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिलता है और अगर अधिकारी मिलते हैं तो बंदर पकडवाने के लिए टैंडर छोडे जाने का झूंटा आश्वासन देकर चलता कर देते हैं।
तहसील परिसर में भी बंदरों का पूरा आतंक, लोगों पर कर देते हैं हमला
बार एसोसिएशन के प्रधान हरबीर सिंह तंवर,अधिवक्ता धर्मेंद्र चौहान,दलबीर सिंह,मोहित वशिष्ट आदि ने एसडीएम द्विजा को बताया कि बंदरों के आतंक से तहसील कार्यालय व कोर्ट परिसर भी अछूते नहंी है। बंदरों के कारण तहसील और कोर्ट परिसर में अर्जीनवीस, टाईपिस्ट,उपभोक्ताओं व वकीलों को भी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। जब कोई उपभोक्ता न्यायिक परिसर में अधिवक्ताओं की सीट पर पहुंचता है तो उत्पाती बंदर उन पर भी हमला बोल देते हैं। उत्पाती बंदर वकीलों की सीट पर रखे दस्तावेजों को भी नष्ट कर देते हैं। कई बार बंदर महिला,पुरुष और बच्चों पर हमला कर घायल कर चुके हैं। बार बार शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी इस मामले में कोई समाधान नहीं कर सके हैं। उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि उत्पाती बंदरों को पकडवाकर शहर से दूर किसी स्थान पर छुडवाया जाए। ज्ञापन लेने के बाद एसडीएम द्विजा ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले में नगर परिषद के अधिकारियों से बातचीत करेंगी ओर बंदर पकडवाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेंगी। उन्होंने कहा कि बंदरों की समस्या से छुटकारा दिलाया जाएगा।