नूंह के मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने अपने हाथों पर काली पट्टी बांध विरोध प्रदर्शन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | देश में जगह-जगह जहां महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर डाक्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, वहीं शुक्रवार को नूंह मे भी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले मेडिकल कॉलेज के बाहर डाक्टरों ने मृतक महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपी को फांसी देने की मांग की है।
कोलकाता में महिला डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में नूंह के शहीद राजा हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज की नर्सों के बाद अब जूनियर डॉक्टर भी 2 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण ओटी, ओपीडी, वार्ड, लैब, फील्ड, टीचिंग ड्यूटी समेत अन्य सेवाएं बाधित हुई हैं।
नूंह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अब संस्थानों और अस्पतालों में सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। डॉक्टर हड़ताल पर हैं और स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने वाले असर का अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है। सबसे ज्यादा असर ओपीडी और सर्जरी के मरीजों पर पड़ सकता है।
गौरतलब है कि 9 अगस्त की सुबह कोलकाता मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन की एक युवा पोस्ट ग्रेजुएट छात्रा के साथ बेरहमी से बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना ने मेडिकल बिरादरी और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
इसके बाद से ही रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। आईएमए की ओर से देशभर में विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च भी निकाले गए हैं। डॉक्टरों ने कहा कि मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर राज्य पुलिस अपनी जांच जारी रखती है तो सबूत नष्ट हो सकते हैं।
प्रदर्शन कर रहे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने मांग की है कि ऐसे अपराधों की जांच प्रक्रिया में तेजी लाई जाए और न्याय के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाए। पीड़िता के शोक संतप्त परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।
नूंह राजकीय मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। (जिसमें 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी और पर्याप्त संख्या में पुरुष और महिला सुरक्षा गार्डों की तैनाती शामिल हो।