रैड क्रॉस के स्वयं सेवक होते हैं मानवता के प्रतीक : जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल
जूनियर रैड क्रॉस शिविर में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला उपायुक्त कम अध्यक्ष जिला रैड क्रॉस सोसायटी नूंह विश्राम कुमार मीणा तथा सचिव महेश गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी विद्यालय, नूंह 01 के प्रांगण में जिला रैड क्रॉस क्रॉस सोसाइटी नूह द्वारा आयोजित जिला स्तरीय जूनियर रैड क्रॉस प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन की शुरुआत रैड क्रॉस प्रार्थना से को गई।
शिविर के दूसरे दिन का विधिवत शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल ने रैड क्रॉस झंडा फहराते हुए किया तदोपरांत रैड क्रॉस सोसायटी के संस्थापक सर जीन हैनरी ड्यूना की फोटो पर पुष्प अर्पित करते हुए किया।
उन्होंने जागरूक करते हुए बताया कि रैड क्रॉस संस्था एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो स्वास्थय -सेवा- मित्रता के साथ-साथ मानवता, भेदभाव रहित, सार्वभौमिकता, स्वतंत्र, निष्पक्षता, तटस्थता, एकता, स्वेच्छिक सेवाभाव से तत्पर आमजन में जागरूकता के भाव जगाती है। रैड क्रॉस के स्वयं सेवकों को रक्तदान, दिव्यांगों की सेवा एवम समाज हर व्यक्ति की सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
उसके उपरांत उपकार मंडल सोसायटी हसनपुर के समाज सेवी बिक्रम सिंह यात्री ने प्रतिभागियों को वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान एवम नैतिक शिक्षा बारे जागरूक किया।
जिला स्वास्थ्य विभाग से डॉ विमलेश तिवारी, डॉ जितेंद्र, डॉ मुकेश कुमार एवम डॉ असलम ने सभी फैलने वाली बीमारियों, मलेरिया, डेंगू, के बचाव एवम मानसिक तनाव से बचने के तरीके समझाए।
जिला रैड क्रॉस सोसाइटी नूंह के जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया तथा रैड क्रॉस की शपथ दिलाई। उन्होंने बताया की शिविर के प्रतिभागियों ने विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगता अभिशाप नहीं है तथा रक्तदान जीवन दान विषयों पर ड्रॉइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस समारोह का मंच संचालन पिंकी अध्यापिका ने मंच संचालन किया।
संयोजक ओम सिंह गहलौत ने सभी प्रतिभागियों के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का धन्यवाद किया।
शिविर के प्रथम दिन के सफल आयोजन में विभिन्न विद्यालयों के अध्यापकों, मेजबान विद्यालय की अध्यापिका उषा कुमारी, जिला रैड क्रॉस सोसाइटी के आजीवन सदस्य राजकुमार प्रजापति, सुनील जैन, नरेश कुमार, नितिन कुमार, अक्षय गुप्ता, नितिन कुमार, रामलाल आदि का अहम योगदान रहा।