नूंह शहर में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के द्वारा संकट की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया का अभ्यास किया गया।

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह शहर में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों एवं कमान्डेंट किशोर कुमार के निर्देशानुसार टीम द्वारा संकट की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया (क्यूआरसीएस) अभ्यास आयोजित किया गया।
इस अभ्यास का उद्देश्य संकट के समय में त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया देने की क्षमता को परखना और उसे और अधिक सुदृढ़ बनाना था। अभ्यास के तहत टीम ने सदर पुलिस स्टेशन नूंह का दौरा किया, जहाँ पर संकट की संभावित स्थिति का अवलोकन किया गया।
रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) टीम ने अभ्यास के दौरान विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों जैसे स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल और धर्मशाला आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने यह जाना कि किसी आपदा या संकट की घड़ी में इन संस्थानों की सुरक्षा, निकासी योजना तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया कैसी होनी चाहिए।
इसके साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) टीम ने आस-पास के क्षेत्रों का भू-ज्ञान भी किया, जिसमें मुख्य मार्गों, गलियों, और वैकल्पिक रास्तों का अध्ययन शामिल रहा ताकि किसी आपात स्थिति में राहत एवं बचाव दल शीघ्रता से प्रभावित क्षेत्र तक पहुँच सकें।
रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के अधिकारी ने बताया कि ऐसे अभ्यास समय-समय पर किए जाते हैं ताकि जवानों को किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रखा जा सके। इससे आपदा प्रबंधन तंत्र को भी मजबूती मिलती है।
इस मौके पर आरएएफ की दो टीमें गठित की गईं —
पहली टीम का नेतृत्व ए.सी. सतीश कुमार एवं इंस्पेक्टर राजेश कुमार मीना ने किया, जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व ए.सी. प्रेम कुमार और इंस्पेक्टर देवकरण मीना ने किया।
दोनों टीमों ने समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया की उत्कृष्ट क्षमता का प्रदर्शन करते हुए अभ्यास को सफलतापूर्वक संपन्न किया।