गर्मी के कहर से जन-जीवन हुआ प्रभावित

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-सुबह 10 से 3 बजे तक नागरिक न निकले घर से बाहरः डाॅ रेनु वर्मा
– जंगली जानवर पेयल के लिए भटकने पर मजबूर
City24news/सुनील दीक्षित  
कनीना | ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि पर भीषण गर्मी का कहर देखने को मिला। 10 दिन पूर्व हुई बारिश के बाद तापमान 45 डिग्री सेल्सियस होने पर प्रचंड गर्मी के उबाल खाने पर जंगली जानवर पेयजल के लिए भटक रहे हैं। गर्मी के साथ-साथ ठंडे पेय पदार्थों की मांग पुनः बढने लगी है। गर्मी के चलते बिजली सप्लाई की मांग बढ गई है। दिन के साथ-साथ रात भी गर्म होने लगी हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्व अनुमान के मुताबिक बठिंडा, फरीदकोट, मानसा, मुक्तसर साहिब, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, महेंद्रगढ, रेवाडी, रोहतक व सिरसा में गर्मी व हीटवेव की संभावना बन रही है।  
डप नागरिक अस्पताल की प्रभारी डाॅ रेनु वर्मा ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए घरेलू व देसी पेय पदार्थों का उपयोग करें। गर्मी में छाछ-रबड़ी का नियमित सेवन करने से शरीर तंदुरुस्त तथा बलिष्ठ बना रहता है। छाछ में विटामिन बी-12, कैल्शियम, पोटेशियम,फॉस्फोरस सहित अनेक पोषक तत्व रहते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक रहते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सुबह 10 बजे से सांय तीन बजे तक घर से बाहर न निकलें। अस्वस्थ होने पर तुरंत चिकित्सकों की सलाह लें।  

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