बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में किया रोष प्रदर्शन
संत समाज के नेतृत्व में हज़ारों लोगों ने सौंपा ज्ञापन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, उनके नरसंहार के विरोध में रविवार को विशाल रोष प्रदर्शन का आयोजन हिन्दू चेतना मंच नूंह के नेतृत्व में किया गया। मंच के अध्यक्ष मास्टर प्रभाती लाल उजीना के मार्गदर्शन में साधू संतों तथा हजारों लोगों ने भाग लिया। प्रदर्शन के बाद द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति भारत गणराज्य, नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री भारत, महासचिव संयुक्त राष्ट्र संघ, मानवाधिकार समिति (अंतरराष्ट्रीय, भारत, हरियाणा), राज्यपाल हरियाणा, मुख्यमंत्री, हरियाणा, बांग्लादेश दूतावास नई दिल्ली के नाम सिटी मजिस्ट्रेट नूंह अशोक कुमार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा कि आरक्षण के नाम पर शुरू हुआ आंदोलन कट्टरपंथियों के हाथ में चला गया और धर्म के नाम पर दंगे भड़काये गए। वहां का अल्पसंख्यक समुदाय जैन, बौद्ध, सिक्ख, इसाई, हिन्दू सभी आज भी असुरक्षित व भयांकित हैं। वहां हो रहे दंगों में विशेषकर हिन्दुओं को निशाना बनाया गया है। इन हमलों से न केवल उनकी धार्मिक स्वतंत्रता और मौलिक अधिकार खतरे में हैं, बल्कि सेना व पुलिस प्रशासन अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने की बजाय कट्टरपंथियों का सहयोगी ही दिखाई दे रहा है। अल्पसंख्यकों की सरेआम हत्याएँ की जा रही हैं, बलात धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है, महिलाओं के साथ दुराचार हो रहा है, अल्पसंख्यकों के पूजा स्थलों को नष्ट किया जा रहा है, देवमूर्तियों को खंडित किया जा रहा है। चहुंओर भय का वातावरण है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार हर मोर्चे पर असफल हो रही है।
मुख्य समस्याएं:-
1. धार्मिक स्थलों पर हमले: हिंदू मंदिरों, मूर्तियों और पूजा स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
2. भौतिक और मानसिक उत्पीड़न: हिंसा, धमकी, बहन-बेटियों के साथ बलात्कार, और संपत्तियों की जब्ती जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
3. न्यायिक उपेक्षा: दोषियों को सजा न मिलना और प्रशासनिक उदासीनता।
4. आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार: अल्पसंख्यकों को उनकी जमीन, रोजगार और अन्य अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
5. अन्याय का शान्तिपूर्ण तरीके से विरोध करने पर इस्कॉन मंदिर के पूज्य संत चिन्मय कृष्ण दास जी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
हमारी मांगे हैं कि:-
1. भारत सरकार इस मामले को प्राथमिकता से उठाए और बांग्लादेश सरकार के साथ कूटनीतिक चर्चा कर हिंदू सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
2. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग और महासचिव इस विषय पर तत्काल हस्तक्षेप करें और बांग्लादेश पर अंतरराष्ट्रीय दबाव डालें।
3. भारत में आने वाले सभी अल्पसंख्यक सहित हिन्दू शरणार्थियों को सुरक्षा और पुनर्वास प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
4. बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का सख्ती से पालन करवाया जाए।
5. इस्कॉन मंदिर के पूज्य संत श्री चिन्मय कृष्ण दास जी को शीघ्र रिहा किया जावे।
प्रदर्शन को मुख्य रूप से हिंदू चेतना मंच के अध्यक्ष मास्टर प्रभाती लाल उजीना, आचार्य आज़ाद विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष, कालीचरण पुनहाना, ललित नारायण शास्त्री, महंत सुभाष दास, आचार्य तरूण गुरूकुल भादस,
महंत प्रकाश दास कबीरपंथी तावडू, हरपाल नाथ पुनहाना ने संबोधित किया।