एम्बुलेंस नियंत्रण कक्ष के बाहर ड्रिप लटका कर खडेÞ होने को मजबूर गर्भवती महिला

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City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। जहां एक तरफ सरकार गर्भवती महिलाओं के लिए करोड़ों रुपये की योजना चला रही है। वहीं दूसरी तरफ जिले के सबसे बडेÞ सिविल अस्पताल में आए दिन गर्भवती महिलाएं परेशान हो रही है। जहां पिछले दिनो एम्बुलेंस या गाड़ी न मिलने के कारण एक गर्भवती महिला ने आॅटो में बच्चे को जन्म दे दिया था। वहीं एक हफ्ते के भीतर एक दूसरा मामला सामने आया, जहां शनिवार को एक गर्भवती महिला को चिकित्सकों ने दो बजे तक डिलीवरी होने का समय देकर बच्चे की धड़कने कम होने की बात कहकर रेफर किया, लेकिन जिले के 112 एम्बुलेंस नियंत्रण कक्ष में उन्हें एम्बुलेंस केवल इस कारण नहीं मिल सकी, कि एम्बुलेंस में तेल नहीं था, ऐसे में गर्भवती घंटों दर्द से तड़पती रही।

ड्रीप के संग काटे चक्कर: अर्जुन की पत्नी अनीता पिछले दिनों गर्भवती थी, उसे प्रसव पीड़ा होने पर बीके सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि अनीता के गर्भ में पल रहे बच्चे की धड़कन सामान्य नहीं है। धड़कने कम है और उसकी डिलीवरी दोपहर को दो बजे तक करनी होगी। ऐसे में उसे तुरंत रेफर कर दिया गया। लेकिन करीब एक से डेढ़ घटें तक 112 एम्बुलेंस नियंत्रण कक्ष से अनीता को एम्बुलेंस ही नहीं मिली। जब इस विषय में मौके पर मौजूद एम्बुलेंस चालकों और अनीता के परिजनों से पुछा गया, तो उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस तो है, लेकिन उसमें तेल ही नहीं है, ऐसे में वह दिल्ली तक एम्बुलेंस को कैसे लेकर जाऐंगे। वहीं इस मामले में अधिकारियों तक भी पहुंचाने की जहमत शायद नहीं उठाई गई। ऐसे में रेफर गर्भवती महिला ड्रिप के संग एम्बुलेंस नियंत्रण कक्ष के बाहर ही खड़ी रही। कभी परिजन उसे प्रसव कक्ष तक ले जाते नजर आए, तो कभी एम्बुलेंस कक्ष तक ऐसे में उसे परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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