द कैंसल ऑफ आर्ट थियेटर, दशमेश प्लाजा में बीते रविवार काव्य गोष्ठी का आयोजन
City24news/ब्यूरो
बल्लबगढ़ – राष्ट्रीय कवि संगम की फरीदाबाद इकाई द्वारा द कैंसल ऑफ आर्ट थियेटर, दशमेश प्लाजा में बीते रविवार काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त जानकारी देते हुए कवि संगम की महामंत्री कोमल शर्मा ने बताया कि मुखा मुखम मंच के अध्यक्ष ललित गोयल, अग्रवाल समिति बल्लभगढ़ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंगला, विश्वप्रसिद्ध जादूगर सी पी यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात् काव्या राजपूत ने सरस्वती वंदना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि नवाब केसर ने की। वरिष्ठ कवि सुरेश चन्द शर्मा ने अपने गीत में दूध और पानी जैसी प्रगाढ़ मित्रता करने की बात कही। अंजलि सरधना ने कोलकाता की वीभत्स घटना को केंद्रित करते हुए कहा कुछ असामाजिक लोगों के कारण पूरी पुरुष जाति को अपमानित होना पड़ता है। संदीप जगन ने श्रीकृष्ण और श्री राधा पर मनमोहक छंद सुनाए। देवेन्द्र गौड़ ने अपने बचपन को याद करते हुए कहा ‘दिल करता है मेरा फिर से एक बच्चा बन जाऊं मैं – बच्चों के संग बच्चा बनकर मस्ती करके आऊं मैं’।
संस्था के जिला संरक्षक मोहन शास्त्री ने कहा ‘आज गद्दार फिर कर रहे कोशिशें ध्यान रखना कहीं न वतन बेच दें’। संस्था की महामंत्री कवयित्री कोमल शर्मा ने काव्यपाठ करते हुए कहा ‘जिनके रक्त में बहता है अब भी वीर सावरकर जरा बतलाओ दुनिया को वो भारत मां के बेटे हैं।’ संस्था के जिला मंत्री कवि पुनीत पांचाल ने कृष्ण जन्मभूमि की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा ‘जहां गूंजी पहली किलकार पलना वहीं झुलाएंगे कृष्णलला हम आएंगे अब माखन वहीं खिलाएंगे।’ कार्यक्रम अध्यक्ष नवाब केसर ने अपना 45 साल पुराना गीत सुनाते हुए कहा ‘हो गया हंस होकर जुदा जिस्म से – मेरी मिट्टी पड़ी की पड़ी रह गयी।’ निशांत बदायूंनी, वरिष्ठ कवि ईश्वरदत्त ने पंजाबी भाषा की कविता, मनोज मनमौजी, सीमा कौशिक एवं शार्दुल श्रेष्ठ ने अपनी रचनाएं सुनाईं। कार्यक्रम का संचालन युवा कवयित्री सुश्री कोमल ‘वाणी’ ने किया।