होडल के गांव नंगला गुदराना में आमजन को किया साइबर अपराधों के बारें जागरूक।

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City24news/हरिओम भारद्वाज

पुलिस कप्तान डॉ अंशु सिंगला आईपीएस के मार्गदर्शन में जिला पुलिस लगातार कर रही है आमजन को साइबर अपराध प्रति जागरूक। जागरूकता से ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है। साइबर ठगी होने पर डायल 1930 कर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड करा कर ठगी किए गए पैसे पा सकते हैं वापिस।

होडल| माननीय पुलिस महानिदेशक, हरियाणा के प्रति माह प्रथम बुधवार साइबर अपराध के प्रति  जागरूकता अभियान चलाने के आदेशों की अनुपालना में पुलिस अधीक्षक पलवल डॉ अंशु सिंगला के निर्देशानुसार आज जून महीने के प्रथम बुधवार साइबर क्राइम थाना पलवल प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार की टीम में तैनात सहायक उप निरीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में साइबर क्राइम थाना की टीम जिसमें हेड कांस्टेबल महेश कुमार, निखिल तथा सिपाही लाल सिंह शामिल है ने होडल के गांव नंगला गुदराना में साइबर अपराध, महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों के बारे में जागरूक किया। पुलिस अधीक्षक पलवल डॉ अंशु सिंगला आईपीएस के कुशल-मार्गदर्शन मे जिला पलवल पुलिस की टीमें पिछले काफी समय से जिले के अधिकतर स्कूलों/कॉलेजों एवं गांवों में इस तरह के जागरूकता अभियान चला चुकी हैं । जागरूकता अभियान के दौरान साइबर विशेषज्ञ एवं सहायक उप निरीक्षक संदीप कुमार ने बतलाया कि आज के समय साइबर अपराध चरम पर है आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है । इन्हें रोकने के लिए जागरूक होने की जरूरत है । सभी को समझना होगा कि साइबर अपराध करने वाले लोग बडे ही चालाक किस्म के हैं जिनसे सभी को बचना होगा । वैसे जिला पलवल में साइबर क्राइम थाना पलवल, साइबर सैल और साइबर हेल्प डेस्क गठित है, जो लगातार इस दिशा में काम रही है । इसके लिए बड़े सोशल प्लेटफॉर्म को सावधानी और सतर्कता के साथ प्रयोग करना जरूरी है । आज जिस तरह से अपराधियों के द्वारा साइबर अपराध को अपराध का एक सशक्त माध्यम बनाकर प्रयोग किया जा रहा है । उससे बचने के लिए छात्रों को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा । इस दौरान उन्होंने साइबर क्राइम संबंधित संचार साथी पोर्टल तथा टेफको पोर्टल के बारे में भी बताया जिसमें अपना फोन नंबर इंटर करके यह पता लगाया जा सकता है कि एक आदमी के नाम से कितने सिम जारी हुई अगर कोई सिम आपने जारी नहीं करवाई है तो आप उसको उक्त पोर्टल पर रिपोर्ट करके बंद करवा सकते हैं। इस दौरान साइबर विशेषज्ञ ने आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम ऑनलाइन वित्तीय ठगी से बचाव, फेसबुक हैकिंग, बारकोड के माध्यम से होने वाले फ्रॉड, व्हाट्सएप हैकिंग से बचाव, फर्जी वेबसाइट से होने वाले फ्रॉड के संबंध में सावधानियां बरतने की सलाह दी । फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स से हनी ट्रैप के संबंध में कॉलेज स्टाफ एवं छात्राओं को जागरूक रहने के लिए कहा गया । सिम कार्ड के माध्यम से, एटीएम कार्ड बदलकर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से, बायोमैट्रिक, क्यूआर कोड स्कैन, सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ति से दोस्ती, फर्जी कॉल, अनजान व्हाट्सएप वीडियो कॉल, ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप, सोशल मीडिया पर रुपयों की मांग करने वालों से, गूगल से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने बारे, यूपीआई संबंधी फ्राड के प्रति एवं साइबर ठगी होने पर साइबर राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 बारे भी जागरूक किया गया। जागरूकता सेमिनार के दौरान करीब 100 ग्रामीण  मौजूद रहे जिनमें से करीब 30 महिलाएं थी। ग्रामीणों  ने साइबर अवेयरनेस के बाद साइबर टीम का धन्यवाद किया।

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