यात्री चिलचिलाती धूप में कर रहे बसों का इंतजार
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | 40 वर्ष पूर्व बनाए गए बस स्टैंड भवन के कंडम होने एवं उसे तोडे जाने के चार माह बाद तक यात्रियों को बुनियादी सुनिधाओं से जूजना पड रहा है। भवन तोडे जाने के बाद सपाट जमींन दिखाई दे रही है जहां से उडती धूल के बीच बसों का आना-जाना हो रहा है। बस स्टैंड भवन को तोडे जाने के बाद से यात्री सर्दी,गर्मी,आंधी-बारिश के समय खुले आसमान के नीचे आश्रय लेकर बसों का इंतजार करने पर मजबूर हैं। यात्रियों को भवन के साथ-साथ बैठने की सीटें,शौचालय एवं पेयजल की समस्या से भी दो-चार होना पड रहा है। एक अनुमान के मुताबिक कनीना बस स्टैंड से कोसली,दादरी,भिवानी, रेवाडी, गुरूग्राम, दिल्ली, अटेली, नारनौल, जयपुर,महेंद्रगढ सहित विभिन्न स्थानों के लिए रोडवेज एव सहकारी समिति की बसों में सैंकडों चक्कर के माध्यम से 1800 से 2500 यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं। सिर ढकने की व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को चिलचिली धूप एवं भीषण गर्मी के बीच बसों को इंतजार करना पड रहा है। यात्रियों एडवोकेट मनोज शर्मा, ओपी यादव, संतोष देवी, रितु,राहुल, दिलावर सिंह,ने गर्मी तथा आंधी-बारिश से बचाव के लिए बस स्टैंड का नया भवन बनने तक अस्थाई रूप से टीनशैड लगाने तथा शौचालय एवं शुद्व पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है।
शौचालय एवं पेयजल का भी अभाव
बीते दिसबंर-जनवरी माह में बस स्टैंड का भवन तोडने के बाद यहां शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल का भी अभाव बना हुआ है। जिसके चलते पुरूष यात्री पेड-पौधों की आड लेकर पेशाब करने पर मजबूर हैं वहीं महिलाएं मजबूरीवश बेपर्दा होने से बच रही हैं। सफर पूरा करने के बाद ही वे लघुशंका कर पा रही हैं। उन्हें सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड रहा है। इसी प्रकार यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है। गर्मी एवं हीटवेव की संभावना के चलते जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की जा रही है। जबकि परिवहन विभाग सुस्त मुद्रा मे है।
वर्सन
अनीत याद जीएम रोडवेज नारनौल
इस बारे में हरियाणा राज्य परिवहन नारनौल के महाप्रबंधक अनीत यादव ने बताया कि कनीना बस स्टैंड भवन तोडे जाने के बाद चीफ आर्किटेक्ट की ओर से नक्सा तैयार किया जा चुका है। बजट को मंजूरी नहीं मिल सकी है। लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत आदर्श चुनाव आचार संहिता लगी हुई है। यात्रियों की सुविधा के लिए शीघ्र ही अस्थाई रूप से टीनशैड लगवाया जायेगा। इसके लिए प्रदेश मुख्यालय को पत्र भेजकर मंजूरी मांगी गई है। शौचालय तथा टीनशैड की भी जल्द व्यवस्था की जाएगी।