अनाथ और बेसहारा बच्चों को मिलेगा नया आशियाना, पालक परिवारों को हर महीने मिलेंगे 4 हजार रुपए : जिला बाल संरक्षण अधिकारी आबिद हुसैन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | अनाथ और बेसहारा बच्चों को अब जिले में एक नया आशियाना मिलेगा। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी मीरा के दिशा-निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा फोस्टर केयर (पालक परिवार) योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य ऐसे बच्चों को एक सुरक्षित, प्यार भरा और अस्थायी घर उपलब्ध कराना है, जिसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी आबिद हुसैन ने बताया कि फोस्टर केयर एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें बच्चे अपने असली माता-पिता के बजाय उन पालक परिवारों के साथ रहते हैं जो उनकी देखभाल और पालन-पोषण की जिम्मेदारी लेते हैं। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता उनका पालन नहीं कर सकते, या जो बाल देखरेख संस्थानों में हैं और जिन्हें गोद नहीं लिया गया है, या जिनके माता-पिता जेल में हैं या गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं उन्हें पालक परिवारों के साथ तीन साल तक की अवधि के लिए रखा जा सकता है। इस योजना के तहत हर पालक परिवार को बच्चे की देखभाल के लिए प्रति माह 4000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाई मिलकर योग्य पालक परिवारों की सूची तैयार करती है, और फिर चयनित बच्चों को उन परिवारों में सौंपा जाता है।