संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की ऑनलाइन मीटिंग 3 मई को हुई

-जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा ने राकेश टिकैत पर हिंसक भीड़ के हमले की कड़ी निंदा की है
-किसान नेता पर हमला करते समय सांप्रदायिक भीड़ ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगा रही थी
-हमले ने आरएसएस-भाजपा गठबंधन के राष्ट्र-विरोधी, नव-फासीवादी चेहरे को उजागर किया
-अल्पसंख्यकों, किसानों और मेहनतकश लोगों के खिलाफ भाजपा-आरएसएस गठबंधन द्वारा विभाजनकारी, हिंसक अभियान को उजागर करें
City24news/सोनिका सूरा
संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान नेता राकेश टिकैत पर भीड़ के हमले की कड़ी निंदा की, जब वे पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ आक्रोश रैली में भाग ले रहे थे । मोर्चा उन सभी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और उत्तर प्रदेश में जंगल राज को समाप्त करने की मांग करता है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में भारत पर साम्राज्यवादी प्रायोजित आतंकवादी हमले के खिलाफ पूरे लोगों को एकजुट करने के बजाय, भगवा झंडे पकड़े और ‘मोदी मोदी’ के नारे लगाने वाली भीड़ के एक हिस्से ने राकेश टिकैत पर जानलेवा हमला करने के इरादे से उनके सिर की पगड़ी को हटा दिया। मौजूद कुछ पुलिसकर्मी भीड़ के हमले को रोकने में विफल रहे।
इससे आरएसएस-भाजपा गठबंधन का राष्ट्र-विरोधी, नव-फासीवादी चेहरा उजागर हुआ है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसकेएम नेता पर हमले की निंदा नहीं की और दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं की। आरएसएस-भाजपा गठबंधन कश्मीर में आतंकवादी हमले के खिलाफ सभी वर्गों के लोगों के गुस्से का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है ताकि अल्पसंख्यकों, किसानों, मेहनतकश लोगों और भारत की धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक परंपराओं से जुड़े सभी प्रगतिशील वर्गों के खिलाफ नफरत फैलाई जा सके।
अब तक उत्तर प्रदेश के आगरा और कर्नाटक के मैंगलोर में संघ परिवार से जुड़े दक्षिणपंथी सांप्रदायिक संगठनों द्वारा दो मुस्लिम युवकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों को अन्य राज्यों खासकर उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में अपनी जान को खतरा है। मोर्चा सभी वर्गों के लोगों से अल्पसंख्यकों, किसानों और मेहनतकश लोगों के खिलाफ भाजपा-आरएसएस गठबंधन द्वारा चलाए जा रहे विभाजनकारी और हिंसक अभियानों का पर्दाफाश करने का आह्वान करता है।
ऑनलाइन मीटिंग में सुखविंदर रतिया,राजीव मलिक,जोगेंद्र नैन, आजाद सिंह मिरान,बलबीर सिंह,इंद्रजीत सिंह,रवि आजाद, कंवरजीत चिका, डॉ सुखदेव जम्मू,विकास सीसर, रणबीर मलिक,मास्टर सतीश,हरजिंदर सिंह,विजय पाल,जयकरण मांडोठी,सुमित दलाल आदि शामिल रहे।
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