नूंह के नलेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भोले के भक्तों ने किया जल अभिषेक
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | के पांडव कालीन प्राचीन नलेश्वर शिवमंदिर में सुबह से ही भोले के भक्तों के द्वार जल अभिषेक किया गया।नलेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर दूर दूर से आए भोले के भक्तों ने जल अभिषेक किया और हरिद्वार से काबड़ लेकर आए भक्तों ने भी नलेश्वर शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर जल अभिषेक किया और बोल बम के जम कर नारे भी लगाए। महाशिवरात्रि के अवसर पर काबड़ लेकर आए भक्तों ने कहा कि भोले बाबा की आराधना करने से उन्हें काफी अच्छा लगता है।
आप को बता दे कि सावन माह में आने वाली शिवरात्रि का खास महत्व है। इस दिन व्रत रख कर विधि-विधान के साथ भोले बाबा की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। इसके साथ ही महादेव सभी की मनोकामनाओं की पूर्ति भी करते हैं।महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को बेलपत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग चढ़ाने के बाद शिव मंत्र का जप किया जाता है।भगवान शिव उनसे प्रसन्न होकर उनके सभी कामों को सफल बनाते हैं।
सावन शिवरात्रि पर यदि आप महादेव का जलाभिषेक करते हैं, तो सबसे पहले शिवलिंग का दूध, दही, शहद, घी, शक्कर, गन्ने के रस से अभिषेक करें। इसके बाद एक लोटे में गंगाजल लें। जल में काला तिल मिलाकर रख लें। फिर शिव जी के मंत्र का जाप करें। अब इस जल को शिवलिंग पर अर्पित कर दें। इसके बाद आप फूल, फल और मिठाई आदि चीजों को अर्पित करते जाएं। बाद में आटे का चौमुखी दीपक जलाकर महादेव की आरती करें।