बैसाखी के शुभ अवसर पर भांगड़ा व गिद्दा की धुन पर थिरके डी.ए.वी. स्कूल के विद्यार्थियों के पैर

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | एस पी नूंह विजय प्रताप के दिशानिर्देशों पर डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बैसाखी के अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिख समुदाय के प्रमुख त्योहार बैसाखी को वैसे तो देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है परंतु पंजाब में इसे प्रमुख रूप से मनाया जाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य बलवंत विश्नोई ने कहा कि यह त्योहार बैसाख माह के प्रथम दिवस को मनाया जाता है ।इस त्योहार को मनाने के पीछे बहुत से कारण हैं। इस मास में रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है जो कि कृषि प्रधान भारत के किसानों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। इस त्योहार को नए साल के आरंभ के रूप में भी मानते हैं। सिख धर्म के इतिहास में इस दिन का बहुत बड़ा महत्व है क्योंकि इसी दिन सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने जुल्म से लड़ने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। खालसा कमजोर के लिए ढाल वह दुश्मनों के लिए तलवार है। खालसा किसी भी बेकसूर पर हो रहे जुल्म को सहन नहीं कर सकता ।सिख इतिहास में ऐसे कई उदाहरण मिलते हैं जिसमें सिख समुदाय के लोगों ने न्याय के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान दे दिया था। उनका त्याग और बलिदान हमें सच्चाई के मार्ग पर चलने का संदेश देता है। हिंदू धर्म में माना जाता है कि राजा भागीरथ ने देवी गंगा को धरती पर उतरने के लिए बहुत तपस्या की थी और इसी दिन उनकी तपस्या पूरी हुई थी। इसी दिन सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए इसे मेष संक्रांति भी कहा जाता है। प्रधानाचार्य जी ने कहा कि वास्तव में त्योहार हमारे जीवन में खुशियाँ तो लाते ही हैं साथ ही साथ कुछ संदेश भी लाते हैं जो मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। इसलिए सभी उत्सवों को हिल मिलकर और प्रेम से मनाना चाहिए। इसके बाद विद्यालय के विभिन्न छात्रों ने मनमोहक भांगड़ा व गिद्दा किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अध्यापक गणों ने एक दूसरे को बैसाखी की बधाई दी व कार्यक्रम को सफल बनाया ।