सोमवार को कनीना मंडी में सरसों बेचने वाले किसानों की लगी ढाई किलोमीटर लंबी लाईन
पुलिस कर्मचारियों ने बनाई सुचारू यातायात की व्यवस्था
आज मंगलवार से होगी रोस्टरवाईज खरीद
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना| सोमवार को कनीना मंडी में सरसों बेचने आए किसानों के वाहनों की करीब ढाई किलोमीटर लंबी लाईन लग गई। मंडी गेट,चेलावास से लेकर कनीना-महेंद्रगढ सडक मार्ग पर उन्हाणी के समीप तक लगी लाईन को लेकर वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पडा। सडक जाम की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए पुलिस कर्मचारी पसीना बहाते रहे। सुबह से ही सरसों से भरे ट्रैक्टर-ट्राली,पिकअप आने से लंबी कतार लग गई। जिससे कनीना-अटेली मार्ग रेलवे क्रासिंग फाटक के समीप कई बार सडक जाम के हालात बने। जिसे डायल 112 पर कार्यरत पुलिस कर्मचारियों ने मौके पर पंहुचकर यातायात व्यवस्था बहाल कराई। सोमवार को करीब 25 हजार क्विंटल सरसों की खरीद की गई।
इस बारे में मार्केट कमेटी सचिव नकुल यादव ने बतया कि मंडी के एंट्री गेट पर सरसों के गेट पास जारी कर दो सरकारी कांटो पर वजन किया जा रहा है। जिससे एकसाथ दो वाहन क्लीयर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुबह 8 बजे से सायं 4 बजे तक किसानों को गेटपास जारी किए जा रहे हैं। खरीद एजेंसी किसानों की सरसों का दाना-दाना खरीदने के लिए प्रयासरत है। मंडी में किसानों की बढती संख्या को देखते हुए एसडीएम की सहमति से रोस्टर व्यवस्था लगाू की गई है। जिसके मुताबिक 8 क्विंटल प्रति एकड के हिसाब से एक किसान अधिकतम 25 क्विंटल सरसों समर्थन मूल्य पर बेच सकेगा। लागू की गई रोस्टर व्यवस्था के मुताबिक आज 9 अप्रैल को अगिहार,दोंगडा अहीर, गोमली,गुढा, झाडली,झिगावन गावों के किसानों की खरीद की जाएगी। इसी प्रकार 10 अप्रैल को बेवल,भडफ,चेलावास,छितरोली,ढाणा व केमला 11 को बागोत, दोंगडा अहीर,गाहडा,गोमला,कलवाडी,कपूरी, 12 को भोजावास,धनौंदा,ईसराना,ककराला,कनीना व करीरा के किसानों की सरसों खरीदी जाएगी। 13 अप्रैल को उक्त गावों के बचे हुये किसान फसल बेच सकेगें।
खरीद अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी ओर से एक अप्रैल को 4525 क्विंटल,दो को 9206 क्विंटल,तीन को 12140 क्विंटल, 4 को 10280 क्विंटल,5 को 10732, 6 अप्रैल को 12264 क्विंटल तथा 8 अप्रैल को करीब 25 हजार क्विंटल सरसों की खरीद की गई। खरीदी गई सरसों में से 22 हजार क्विंटल का उठान कर स्टेट वेयर हाऊस के गोदाम में रखवाया गया है। सरसों की खरीद 5650 रूपये की दर से की जा रही है। जिसका भुगतान किसानों को डीबीटी के माध्यम से 72 घंटे के दौरान किया जा रहा है।
मार्केट प्रशासन हुआ सख्त तो व्यापारियों ने लगाए आरोप
मार्केट कमेटी प्रशासन की ओर से मंडी में आने वाले किसानों को कांटे सहित जो बुनियादी सुविधाएं दी गई वे कुछ लोगों को रास नहीं आ रही हैं जिसके चलते वे कभी धर्मकाटें के वजन में कमी निकाल रहे तो कुछ मंडी सुपरवाइजर व चतुर्थ श्रेणी कर्मी पर किसानों से रिश्वत लेने जैसे आरोप जड़ रहे हैं। इन सब आरोपों की तह तक जाने का प्रयास किया तो मामला कुछ अलग ही निकला। मार्केट कमेटी सचिव नकुल यादव ने बताया कि बीते समय मंडी के व्यापारियों नरेंद्र कुमार,सुनील कुमार, रमेश कुमार, श्रीभगवान सरसों तथा औम फीड मिल व पशु रतन फीड केयर की ओर से मक्का फसल पर कुल 10190 रूपये मार्केट फीस की चोरी की जा रही थी। जिसे लेकर उनके नोटिस जारी किए गए थे। उनसे 10710 रूपये जुर्माने के साथ मार्केट फीस चोरी की वसूली की गई थी। मार्केट कमेटी की इस कार्रवाई को लेकर व्यापारी कर्मचारियों पर आरोप लगा रहे हैं। इतना ही नहीं मार्केट कमेटी के रिकार्ड के मुताबिक मंडी में रजिस्ट्रड 62 व्यापारियों में एक्टिव रहे 23-24 व्यापारियों के गोदामों की चैकिंग करने के लिए सचिव ने नोटिस जारी किया हुआ है। जिससे वे तिलमिलाए हुए हैं। 6 अप्रैल को जारी किए नोटिस का जवाब नहीं मिल सका है। सचिव ने बताया कि 27 व्यापारियों के स्टाॅक पोजिशन की जानकारी मांगी गई है। जिसके चलते उन्होंने कनीना में बने अपने गोदाम में सरसों रखने के बजाए अब गावों में स्टाॅक करने सूचना मिल रही है। जिस पर छापेमारी कर भंडाफोड किया जाएगा।