नैशनल ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस-वे 152डी पर बढ रही दुर्घटनाओं की संख्या

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City24news@सुनील दीक्षित 
कनीना | नारनौल-कुरूक्षेत्र ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस-वे 152डी सडक हादसों का केंद्र ङ्क्षबंदू बनता जा रहा है। इन हादसों की वजह हाइवे के नजदीक अवैध रूप से खोले गए होटल-ढाबे तथा संकेतक बोर्ड का अभाव होना माना जा रहा है। अवैध रूप से खोले गए होटल-ढाबे एवं चाय-पानी की दुकान की सेवा लेने कारण भारी वाहन चालक हाईवे पर वाहन खडा कर देते हैं जो सडक हादसों का कारण बनते हैं। बूचावास टोल-प्लाजा से लेकर जाट गुवाना टोल प्लाजा तक पिछले छह माह के दौरान दर्जनों सडक हादसे घटित हो चुके हैं। जिनमें करीब 15 व्यक्तियों की जान जा चुकी है। कहने को तो इस एक्सप्रेस वे पर दुपहिया वाहन प्रतिबंधित हैं लेकिन बाईक आदि सरपट दौड रही हैं। पिछले समय से सडक दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है।
इसी कडी में धोलेडा क्रेशर जोन से ट्राले में रोडी भरकर सोनीपत जा रहे ट्राला परिचालक को दूसरे वाहन द्वारा टक्कर मारने से उसकी मौके पर ही दर्दनाक मोत हो गई। इस बारे में संजय वासी तिहाडकला,थाना सदर सोनीपत ने दोंगडा अहीर पुलिस चौकी में दी शिकायत में कहा कि वह ट्राले पर बतौर परिचालक कार्यरत है। उसका भाई अनिल कुमार चालक का कार्य करता था। वे 21 मई को मध्य रात्री करीब दो बजे धालेडा से ट्राले में रोडी भरकर सोनीपत के लिए रवाना हुए थे। सुबह करीब 3-4 बजे भालखी टोल बूथ के समीप पंहुचे तो ट्राला रोककर उसका भाई टायर चेक करने लगा ओर वह साईड में लघुशंका करने लगा। इसी दौरान पीछे से तेज गति से आ रहे अन्य ट्राले ने उसके भाई को सीधी टक्कर मार दी। जिससे वह उक्त वाहन के नीचे दब गया। हादसे के बाद ट्राला चालक मौके से फरार हो गया। अन्य वाहन चालकों की मदद से उसके भाई को वाहन के नीचे से निकाला गया। जिसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। उन्होंने डायल 112 पर कॉल कर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पंहुच कर एंबुलेंस की मदद से अनिल कुमार की लाश को उप नागरिक अस्पताल कनीना भेजा। जहां चिकित्सकों ने उसका पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस चौकी इंजार्च प्रीतम सिंह ने कहा कि ट्राला चालक संजय की शिकायत पर हादसे के आरोपी ट्राला चालक के विरूध केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

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