नूंह पुलिस की साइबर ठगों पर बड़ी कार्रवाई।

–दो अलग-अलग मामलों में चार आरोपी गिरफ्तार। मोबाइल, सिम, एटीएम कार्ड और डिजिटल सबूत बरामद।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिला की साइबर थाना पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग मामलों में कुल चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस द्वारा तकनीकी जांच, खुफिया जानकारी और साइबर पोर्टल की सहायता से की गई जिसमें बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, फर्जी सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं।
यह अभियान साइबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए चलाए जा रहे सख्त अभियान का हिस्सा है। दोनों मामलों में गिरफ्तार आरोपी आम नागरिकों को ठगने के लिए अलग-अलग तरीकों से सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पोर्टल से मिली जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध मोबाइल नंबर की पहचान की, जो साइबर अपराध में लिप्त था। जांच में यह नंबर आकिल हुसैन पुत्र कमाल, निवासी पैमाखेड़ा, थाना पुन्हाना का पाया गया। जिसकी लोकेशन ट्रेस कर पुन्हाना-होडल रोड से पकड़ा गया। उसके पास से एक मोबाइल फोन, एक सक्रिय सिम कार्ड और व्हाट्सएप बिजनेस अकाउंट मिला।मोबाइल की जांच में क्यूआर कोड, फर्जी मैसेजिंग ऐप्स, फर्जी जीमेल आईडी और ऑनलाइन ठगी से संबंधित चैट मिले। आरोपी के खिलाफ मुम्बई के ओशिवारा थाने में 9 हजार की ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत भी पाई गई है। आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं किसी अभियान के तहत पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दूसरे मामले में फर्जी एक्टिवेटेड सिम बेचने और फेसबुक से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जानकारी के मुताबिक फिरोजपुर झिरका थाना के अंतर्गत पुलिस की एक टीम को सूचना मिली कि ग्राम दोरखी निवासी तीन युवक तारीफ पुत्र सुलेमान, तालीम पुत्र आसु और सलीम पुत्र मुल्ली मिलकर फर्जी सिम कार्ड बेचते हैं और सोशल मीडिया के ज़रिए साइबर ठगी करते हैं। सूचना के आधार पर तीनों को मंडीखेड़ा के पास रेड कर दबोच लिया गया। इनसे
सात मोबाइल फोन, अलग-अलग बैंकों के 12 एटीएम कार्ड,5 फर्जी सिम ओर फर्जी फेसबुक आईडी मिली हैं। इनके व्हाट्सएप चैट में आम लोगों को ‘पुराने सिक्के बेचने’ व ‘मेकअप स्टूडियो’ के नाम पर ठगने की बातचीत सबूत पाए गए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी असली पहचान छिपाकर फर्जी फेसबुक और व्हाट्सएप अकाउंट बनाते थे और आमजन को महंगे सिक्के बेचने या बुकिंग के नाम पर ठगते थे। इन तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने कहा कि नूंह जिले में साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए स्पेशल टास्क टीम और तकनीकी साजो-सामान के साथ लगातार निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बात न करें। साइबर अपराध की किसी भी जानकारी पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी साइबर थाना से संपर्क करें।