हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस व एडीजीपी एंटी करप्शन ब्यूरो हरियाणा आलोक मित्तल के नाम पर साइबर ठगी करने के मामले में नूंह साइबर थाना पुलिस ने दो बड़े साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

City24news/अनिल मोहनिया
– उक्त आरोपी प्रतिष्ठित व्यक्तियों और बड़े अधिकारियों के नाम पर फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल/इंस्टाग्राम आईडी बनाकर लोगों से ठगी करने का काम करते थे।
– पुलिस ने आरोपियों से 6 सिम और तीन मोबाइल बरामद।
नूंह | नूंह साइबर थाना पुलिस ने दो ऐसे शातिर साइबर ठगों को दबोचा है जो प्रतिष्ठित व्यक्ति और बड़े आईपीएस अधिकारियों के नाम पर फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल/इंस्टाग्राम आईडी बनाकर आमजन से ठगी करते थे। इन अपराधियों की पहचान साहिद (20) और मुनफेद (27) निवासी पचगांव थाना सदर तावड़ू के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों से 6 फर्जी सिम कार्ड और तीन मोबाइल बरामद हुए हैं। दोनों आरोपियों ने प्रतिष्ठित व्यक्तियों और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम पर फर्जी इंस्टाग्राम और फेसबुक प्रोफाइल बनाकर आम लोगों से ठगी की थी।
डीएसपी हेडक्वार्टर नूंह हरिंदर कुमार ने बताया कि मंगलवार को अपराध की रोकथाम हेतु थाना साइबर क्राइम नूंह की एक टीम गस्त पर मौजूद थी। उसी दौरान टीम को गुप्त सूचना मिली कि साहिद पुत्र जकरिया और मुनफेद पुत्र अब्बास, दोनों निवासी ग्राम पचगांव, थाना सदर तावडू, नूंह, फर्जी एक्टिवेटेड सिम और मोबाइल फोनों का उपयोग कर साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।
सूचना के आधार पर पुलिस ने नूंह-तावडू रोड पर वन विभाग हर्बल पार्क के पास छापेमारी की और दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा। शाहिद से दो मोबाइल फोन व तीन फर्जी सिम तथा मुनफेद से एक मोबाइल फोन व तीन फर्जी बरामद की गई। जिसमें फर्जी इंस्टाग्राम आईडी और ठगी के स्क्रीनशॉट मिले। शातिर साइबर ठगों ने यह फर्जी आईडी हरियाणा के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और दिल्ली वसंत कुंज के रहने वाले एक प्रतिष्ठ व्यक्ति के नाम पर बना रखी थी।
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार उनके खिलाफ साइबर थाना नूंह में मुकदमा दर्ज रजिस्टर किया गया । आरोपियों को बुधवार 30 जुलाई को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से जनता से पूछताछ की गई, बाद पूछताछ आरोपियों को आज अदालत में पेशकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया ।