असहाय व निराश्रितों को आश्रय देने के लिए जिला के शहरी क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे रैन बसेरे- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
रैन बसेरों में गद्दे, कंबल के साथ-साथ बेहतर सुविधाएं कराई जा रही मुहैया
जिलावासियों से असहाय व निराश्रित व्यक्ति को नजदीकी रैन बसेरे में भेजकर परोपकारी कार्य करने का किया आह्वान
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । जिला में सर्दी के मौसम के दृष्टिगत असहायों व निराश्रितों को आश्रय दिलाने के उद्देश्य से उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के निर्देशन में जिला प्रशासन की ओर से शहरी क्षेत्रों में रैन बसेरे बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों को संचालित करने में विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं। रैन बसेरे स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि जिला में असहाय व निराश्रित लोगों को कड़ाके की ठंड में आश्रय प्रदान किया जा सके और रात्रि के समय कोई भी आमजन खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर न हो।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने निर्देश दिए कि इन जगहों पर खुले में सो रहे जरूरतमंद लोगों को अस्थाई रैन बसेरों में आश्रय दिलवाकर उनके लिए कंबल के साथ-साथ भोजन-पानी की व्यवस्था भी करवाई जाए। उपायुक्त ने बताया कि नूंह में रैन बसेरा बस अड्डा पर, फिरोजपुर-झिरका व पुन्हाना में नगरपालिका कार्यालय के नजदीक
तथा नगर परिषद नूंह, नगरपालिका फिरोजपुर-झिरका, पुन्हाना, तावडू़ में स्थापित किए गए हैं। जहां पर जरूरतमंद व्यक्ति आश्रम पा सकता है। जिला प्रशासन ठंड के मौसम में निराश्रितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में निराश्रितों को रैन बसेरों में आश्रय दिलाने के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इसके लिए सामाजिक व धार्मिक संगठनों के लोग भी आगे आकर इनके लिए गद्दे, कंबल देने के साथ भोजन व चाय-पानी की व्यवस्था भी कर रहें है।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जिलावासियों से आह्वान किया है कि वे अपने आस-पास अगर कोई असहाय व निराश्रित व्यक्ति को देखें तो उन्हें नजदीकी रैन बसेरे में भेजकर परोपकारी कार्य करें।