राष्ट्रीय सेवा योजना से विधार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है: डॉ शर्मा
City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। राजकीय महाविद्यालय नारनौल की एनएसएस इकाइयों द्वारा सात दिवसीय एनएसएस विशेष कैंप का सोमवार को ग्राम पटीकरा में समापन समारोह बड़ी धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय चरखी दादरी एवं ज्वाइंट सचिव हरियाणा बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन भिवानी पवन कुमार शर्मा रहे।
उन्होंने कहा की विधार्थियों को हर क्षेत्र में रुचि रखते हुए सर्वांगीण विकास को महत्व देना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना से विधार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है। शिविर की संरक्षक एवं प्राचार्या डा पूर्ण प्रभा के सानिध्य में सात दिवसीय शिविर के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया।
अपने संबोधन में प्राचार्या ने एनएसएस के तीनों प्रभारियों तथा स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए कहा कि एनएसएस का उद्देश्य युवाओं में धैर्य तथा अनुशासन को बढ़ाना है। स्टेज संचालन प्रोग्राम आफिसर डॉ पलक ने किया।इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवकों को सम्मानित भी किया गया। यूनिट 1 में दीपक सैनी, भावेश और नीरज ग्रुप लीडर चुने गए और हिमांशु को बेस्ट वॉलिंटियर चुना गया।
यूनिट 2 में अंकित, रौनक और प्रेम सैनी को ग्रुप लीडर का खिताब मिला और मलविंदर सिंह को बेस्ट वॉलिंटियर मिला।
यूनिट 3 में रक्षा, संजना, उर्वशी को ग्रुप लीडर तथा अर्चना को बेस्ट वॉलंटियर चुना गया।अंशु यादव को समग्र सर्वोत्तम वॉलंटियर चुना गया। राजकीय महाविद्यालय नारनौल की तीनों एनएसएस यूनिट के 150 स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। याद रहे कैंप 20 फरवरी से 26 फरवरी तक ग्राम पटीकरा में लगाया गया।
डॉ सत्यपाल सुलोदिया ने सात दिनों की विभिन्न गतिविधियों का संलेख प्रस्तुत करते हुए बताया की शिविर के दौरान योग अभ्यास, साफ सफाई, नशा मुक्ति रैली, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण पे चर्चा, नैतिक मूल्य पर चर्चा आदि विभिन्न गतिविधियां करवाई गई। जिसमे ग्राम वासियों से पूर्ण सहयोग मिला।
इस अवसर पर पटीकरा ग्राम में निस्वार्थ भाव से कार्यरत नवयुवक सेवा दल के वरिष्ठ नागरिक जयसिंह, भरपूर सिंह आदि भी उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों के काम की सराहना करते हुए कहा की सभी विद्यार्थी अनुशासित और कर्तव्य के प्रति निष्ठावान है तथा ग्राम पटीकरा को शिविर के लिए चुनने के लिए तीनों एनएसएस प्रभारियों का धन्यवाद भी किया। अंत में सुभाष चन्द्र ने सभी अतिथियों को धन्यवाद देते हुए जीडी शर्मा ने भी अपने विचार रखे।