संकट में नायब सैनी सरकार, तीन विधायकों ने समर्थन लिया वापस
समाचार गेट/ब्यूरो
चंडीगढ। हरियाणा में भाजपा और प्रदेश सरकार को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। यह विधायक अब कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे। इन विधायकों में नीलोखेड़ी से धर्म पाल गौंदर, पूंडरी रणधीर गौलन, चारखी दादरी से विधायक सोमबीर सांगवान शामिल हैं। भाजपा और जेजेपी गठबंधन टूटने के बाद भाजपा सरकार को पांच निर्दलीय विधायक समर्थन दे रहे थे। अब तीन विधायकों ने कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया। इसके बाद प्रदेश की भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है । दो विधायक रणदीप चौटाला, और मनोहर लाल के त्यागपत्र देने से दो विधायक कम हो गए। अब पांच विधायक भाजपा के पास कम हैं। जानकारी के अनुसार रोहतक में पूर्व सी.एम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निवास पर हुए कार्यक्रम में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान की मौजूदगी में तीनों निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया। गत दिवस नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गौंदर ने अपने समर्थकों की बैठक ली थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया। तीन विधायकों के निर्णय से नायाब सिंह सैनी की सरकार अल्पमत में आ गई है। अभी लगभग चार महीने चुनाव में बचे हैं। भाजपा अब अपनी सरकार को बचाने के लिए जेजेपी के विधायकों पर डोरे डाल सकती है। यहां उल्लेखनीय है कि भाजपा के पास 41 विधायक थे। अब मनोहर लाल के त्यागपत्र देने के बाद अब 40 विधायक रह गए हैं। इसके बाद उसे सात विधायकों के समर्थन की जरूरत है। अब तीन विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई है। भाजपा के पास केवल 43 विधायक रह गए हैं। इसके बाद करनाल, भिवानी और कुरुक्षेत्र में भाजपा पर प्रभाव पड़ेगा।