जिला नूंह के विकास के लिए आपसी सौहार्द व भाईचारे की भावना जरूरी – उपायुक्त अखिल पिलानी
– जिले के सभी मदरसों व मस्जिदों के मुस्लिम धर्मगुरुओं की बैठक में मिलकर सहयोग का किया आह्वïान
– गांवों में नशा व साइबर अपराध जैसी बुराई को फैलने से रोकने में निभाएं अग्रणी भूमिका
– मदरसों व मस्जिदों में ठहरने वाले लोगों का रखें पूरा रिकार्ड – पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार
– सुरक्षा के लिए मदरसों व मस्जिदों के सामने प्रवेश द्वार पर लगवाएं सीसीटीवी कैमरे
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त अखिल पिलानी ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिला नूंह को पिछड़ा जिला की श्रेणी से निकालकर विकासशील जिला की श्रेणी में शामिल करवाया जाए। इसके लिए जनहित की बुनियादी सुविधाओं व सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। जिला नूंह को अग्रणी जिला बनाने के लिए जिलावासियों, समाज के गणमान्य लोगों, मुस्लिम धर्म गुरु आदि सभी से महत्वपूर्ण योगदान की अपेक्षा है। इसके लिए जरूरी है कि यहां के बच्चों की शिक्षा व कौशल विकास पर अधिक ध्यान दिया जाए। समाज में आपसी सौहार्द व भाईचारे की भावना को और अधिक प्रबल बनाया जाए।
उपायुक्त ने मुस्लिम धर्म गुरुओं से यह आह्वïान मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित मीटिंग रूम में जिले के सभी मदरसों व मस्जिदों के मुस्लिम धर्मगुरुओं व संचालकों की बैठक में किया। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार भी उपस्थित थे। उपायुक्त ने कहा कि मुस्लिम धर्म गुरु स्कूलों से बच्चों का ड्रापआउट रोकने में शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन का सहयोग करें। युवाओं को नशे से बचाने का प्रयास करें। गांवों में नशा व साइबर अपराध जैसी बुराई को फैलने से रोकने में अग्रणी भूमिका निभाएं। युवाओं को साइबर क्राइम जैसी गतिविधियों से बचाएं तथा उन्हें शिक्षा, स्वरोजगार की ओर प्रेरित करें। यहां के बच्चों को अच्छी शिक्षा व अच्छे मेडिकल या इंजीनियर के कोर्स में दाखिला करवाने के लिए निशुल्क कोचिंग शुरू की गई हैं। अधिक से अधिक बच्चों को मोटिवेट कर इस कोचिंग का लाभ दिलाएं।
*मदरसों व मस्जिदों में ठहरने वाले लोगों का रखें पूरा रिकार्ड – पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार*
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने इस बैठक में मदरसों व मस्जिदों के मुस्लिम धर्म गुरुओं व संचालकों का आह्वïान किया कि वे मदरसों व मस्जिदों में बाहर से आने वाले व ठहरने वाले लोगों को पूरा रिकार्ड व पहचान-पत्र रखें। अगर कोई व्यक्ति बाहर से आकर मदरसों व मस्जिदों में ठहर रहा है तो उस व्यक्ति व उसके पते की नजदीकी पुलिस थाना में पहचान का सत्यापन अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि मदरसों व मस्जिदों के सामने प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाने चाहिए, जोकि आज के समय में सुरक्षा की दृष्टिï से बहुत ही महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से बचाने में अग्रणी भूमिका निभाएं तथा जो युवा इस समय नशे का आदी हो चुका है, उसका सिविल अस्पताल या राजकीय मेडिकल कालेज नल्हड़ में इलाज करवाएं। इन दोनों अस्पतालों में नशा पीड़ित का निशुल्क इलाज व काउंसलिंग की जाती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर महीने जिला स्तरीय शांति कमेटी की बैठक आयोजित कर सभी समाज के लोगों से सामाजिक सौहार्द बनाए रखने व भाईचारा कायम रखने की निरंतर अपील करता है। ऐसी ही अपील आज की बैठक में सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं से भी की जा रही है कि जिला में शांति व कानून व्यवस्था स्थापित करने में जिला व पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि में न तो शामिल हों और न ही जाने-अनजाने में इसका हिस्सा बनें। बाहर से आने वाले लोगों से सतर्क रहें। सोशल मीडिया पर ऐसी कोई भी जानकारी व सूचना आगे प्रेषित या सांझा न करें, जो समाज का भाईचारे बिगाड़ने या आपसी माहौल खराब करने में उपयोग में आए। महिलाओं की सुरक्षा व स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखें। बेटियों का उच्च शिक्षा के लिए मार्गदर्शन भी करें और सहयोग भी करें। उन्होंने कहा कि सभी लोग मिलकर अगर जिला व पुलिस प्रशासन का सहयोग करेंगे, युवा शक्ति को क्राइम से बचाएंगे तो जिले से अपराध में कमी आएगी और इस जिले का अच्छे कामों के लिए देश में नाम भी होगा।
इस अवसर पर डीएसपी पृथ्वी सिंह, मुफ्ती जाहिद हुसैन, मौलाना शेर मोहम्मद, मोहम्मद कामी, मोहम्मद अजहर, जकरिया इमाम नगर, हाजी नसीम सहित अन्य मदरसों के मौलाना मौजूद रहे।
