पलेवा के समय कम बिजली खपत से सरसों की बिजाई पूरी
-गेहूं की बजाय अधिक रकबे में हुई सरसों की बिजाई
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना में क्षेत्र में सरसों का बिजाई कार्य लगभग पूरा होने के साथ-साथ एग्रीकल्चर फीडर में दी जाने वाली बिजली सप्लाई की मांग भी कम हो चुकी है। बीते समय हुई अच्छी बारिश के चलते किसानों को पलेवा करने से निजात मिल गई थी। लिहाजा किसानों ने जुताई एवं डीएपी खाद के बाद सरसों की बिजाई कर दी। कनीना क्षेत्र में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से इस बार गेहूं की बजाय सरसों की बिजाई अधिक रकबे में की गई है। सरसों की 90 से 95 फीसदी तक बिजाई हो चुकी है। करीब 17500 हेक्टेयर भूमि में सरसों की पैदावार मानी जा रही है जबकि गेहूं की बिजाई के लिए खेत तैयार किए जा रहे हैं। महेंद्रगढ़ जिले में रबि फसल के लिए मुख्यतः सरसों व गेहूं की फसल की जाती है। बिजली वितरण निगम कार्यालय कनीना के जेई रामरतन शर्मा ने बताया कि रबि फसल बिजाई के समय बिजली की खपत बढ़ जाती थी लेकिन इस बार समय-समय पर हुई बारिश ने बिजली सप्लाई की मांग पर कमी ला दी। जिससे किसानों तथा बिजली निगम को फायदा हुआ है।