कामधेनु संस्थान में मासिक हवन का हुआ आयोजन

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City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | गाँव बिस्सर अकबरपुर – कामधेनु संस्थान में मासिक हवन का आयोजन किया गया । इस अवसर पर संस्थान में मुख्य अतिथि अजय गोयल आई.आर.एस डी जी आई टी (एल एंड टी), सेंट्रल बोर्ड का डायरेक्टर टेक्सेस दिल्ली , आशीर्वचन स्वामी पूर्णेन्दु जी महाराज, श्याम कृपा परमार्थ ट्रस्ट, श्रीधाम वृन्दावन , विशिष्ट अतिथि डॉ. नीना खन्ना, अन्तर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक उपचारक, डॉ. सविता उपाध्याय, शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं समाजसेविका, अजय पोद्दार, प्रसिद्ध समाजसेवी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, चेतना लॉजिस्टिक्स, पूर्व सैशन जज शिव शर्मा, राहुल मेहता,एम. आर. टैक्सटाइल्स तथा हरियाणा राज्य और देश के अनेक महानुभाव उपस्थित रहे ।



सर्वप्रथम डॉ. एस.पी.गुप्ता ने हवन का शुभारम्भ किया । हवन का संचालन आदर्श गर्ग तावडू ने किया । हवन प्रथा के अनुसार सितम्बर मास में जिन लोगों के जन्मदिवस, शादी की वर्षगांठ एवं पुण्यतिथि थी, उनके नाम से अग्नि देव को आहुति अर्पित की गई तथा समस्त मानव जाति के हित में सुख शांति के लिए प्रार्थना की गई ।
संस्थान के महामंत्री प्रियंक गुप्ता ने कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए स्वागत कार्यक्रम में अजय गोयल आई.आर.एस का स्वागत प्रमोद गर्ग तथा रुचिर गुप्ता ने, स्वामी पूर्णेन्दु जी महाराज का डॉ. एस.पी. गुप्ता तथा ऊषा गर्ग ने, डॉ. नीलम खन्ना का शशि गुप्ता तथा वर्तिका अग्रवाल ने, डॉ. सविता उपाध्याय का पवन कुमार गुप्ता (अधिवक्ता) तथा आशीष भटनागर ने, अजय पोद्दार का ओमप्रकाश बिस्सर, विजय अग्रवाल तथा आदर्श गुप्ता ने, पूर्व सैशन जज शिव शर्मा का नरेश तंवर बिस्सर तथा संदीप पंवार ने तुलसी का पौधा, कामधेनु स्मृति चिन्ह एवं संस्थान में निर्मित पंचगव्यों के उत्पादों का गिफ्ट पैक भेंट करके किया ।
संस्थान के संस्थापक डॉ एस.पी. गुप्ता ने सभी अतिथियों का स्वागतार्थ परिचय करवाते हुए गोधाम के कार्यक्रम में आने के लिए धन्यवाद किया एवं कामधेनु संस्थान के अन्तर्गत कामधेनु आरोग्य वैलनेस संस्थान (के.ए.डब्ल्यू.एस) के विषय में तथा उसमें संचालित कार्यों के बारे में सभी अतिथियों को विस्तार से बताया । उन्होंने पूर्णेन्दु महाराज के परिचय में बताया की वो बचपन से ही सत्संग / कथा प्रेमी रहे हैं और भागवत कथाओं के माध्यम से लोगो में सदाचार प्रवृत्ति और दुर्व्यसन निवृत्ति का सन्देश देते रहते हैं ।  डॉ. गुप्ता ने अन्य महानुभावों का गौ प्रेम और उनकी भवितव्यता का परिचय संक्षेप में दिया।  
डॉ. गुप्ता ने बताया कि आज के समय में “हेल्थ इज़ दि ओनली वेल्थ” है ।  इसीलिए सभी को कामधेनु आरोग्य वैलनेस संस्थान का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा लोग यहाँ से जुड़ें ताकि उनके अंदर अच्छे संस्कार और गौ प्रेम भावना की वृद्धि हो।  
डॉ. गुप्ता ने देसी गाय और जर्सी गाय के दूध का विस्तार से वर्णन किया और बताया कि देसी गाय का दूध और अन्य पंचगव्य ना केवल अच्छे स्वास्थ्य के लिए बल्कि कई बीमारियों के इलाज़ में बेहद कारगर है।  देसी गाय के दूध में वसा और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता ।
स्वामी पूर्णेन्दु जी महाराज ने आशीर्वचन में मासिक हवन के माध्यम से धर्म का प्रचार-प्रसार करने के लिए उन्होंने कामधेनु गोधाम का अभिनन्दन किया । उन्होंने कहा की ऐसे श्रेष्ठ कार्य के लिए समय हो या ना हो लेकिन समय निकलकर यहाँ जरूर आना चाहिए। हमारे सभी कार्यो को हमारी श्रद्धा पूर्ण करती है और सभी को उचित सेवा करनी ही चाहिए।
उन्होंने `प्रातःकाल उठि के रघुनाथा, मातु-पिता गुरु नावहिं माथा’ रामचरितमानस चौपाई के माध्यम से बच्चो में सदाचार और संस्कार का सिंचन करने पर जोर दिया।  माता-पिता भगवान का साक्षात् स्वरुप है। परमात्मा श्री कृष्ण, जिनको गोपाल के नाम से भी पुकारा जाता है, ने ब्रज में खूब गौ सेवा की और ब्रज में कभी भी जूते चप्पल / सिले सिलाये वस्त्र धारण नहीं किये तथा गौ सेवा का आदर्श मानव जाति के आगे प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरत है एक कदम बढ़ाने की ।  भगवान् कहते हैं जो तू आवे एक पग, तो में धाऊ पग सात, गर जो बने तू लाठी काठ की, फिर में लोहे की लाठ । अर्थात भगवान् श्री कृष्ण इतने दयालु है के जीव अगर उनकी और एक पग भी अपने कदम बढ़ाता है अर्थात उन्हें पाने का केवल संकल्प मात्र ही कर लेता है तो भगवान् श्री कृष्ण जी उसे स्वयं सिद्ध करते है ठाकुर जी अपने भक्त के प्रेम के वश होकर एक पग के बदले सात पग चल के अपने भक्त के पास आते है.और जो मनुष्य भगवान् से वैर रखते हैं और उनके प्रति एक काठ यानी लकड़ी के सामान कठोर हृदय वाले हो जाते है ऐसे जीवों के लिए फिर भगवान् भी लोहे के लठ्ठ की भाँती सख्त हो जाते है ।  
इसी तरह से जब हम गौ माता की किसी भी प्रकार की सेवा करते हैं तो परमात्मा की असीम कृपा के अधिकारी बनते हैं।  हमारी प्रथम माँ गौ माता है । अतः हम सभी को गौ सेवा और गौ सम्मान अवश्य करना चाहिए।  जब गौ-धूलि हमारे ऊपर पड़ती है तो हमारे अनेक जन्मों के पाप भस्म होते हैं और अनेक तीर्थो के भ्रमणों का फल प्राप्त होता है।
पूर्व सैशन जज शिव शर्मा ने बताया कि मेरा परिचय डॉ. गुप्ता और उनके परिवार से पिछले 42 वर्षो से हैं और उन्होंने डॉ. गुप्ता की सेवा भावना की प्रशंसा की।  उन्होंने बताया कि डॉ. गुप्ता ने सभी सुख सुविधाओं की जिंदगी का त्याग करके गौ सेवा और उनके संरक्षण का मार्ग चुना । लोग अपने लिए जीते हैं पर डॉ. गुप्ता समाज के लिए जी रहे हैं। एक छोटे से गाँव में रहकर उन्होंने गौ सेवा करते हुए आस-पास के चहुँमुखी विकास की और जोर दिया है।  शिव शर्मा ने गोधाम को अपने सम्पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
डॉ. सविता उपाध्याय ने अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए बताया कि उन्हें कामधेनु गोधाम में 33 कोटि देवी-देवताओं के वास का अनुभव होता है। वो पिछले 11 वर्षों से गौशाला में आती रही हैं और यहाँ आकर उन्हें शान्ति का अनुभव होता है । उन्होंने बताया कि सभी को अपनी आमदनी का एक अंश नियमित रूप से गौ सेवा में देना चाहिए।  गौ सेवा से धर्म की रक्षा, धर्म की रक्षा से राष्ट्र की रक्षा और राष्ट्र की रक्षा से संस्कार और नैतिक मूल्यों की रक्षा होती है । यहां आने पर जो भी शुभ संकल्प किया जाता है वो अवश्य पूरा होता है । डॉ. सविता ने बताया कि वो जब से यहाँ से जुड़ी हैं तब से वो केवल देसी गाय और उनके पंचगव्य से बने पदार्थों का ही इस्तेमाल करती है।  
डॉ. नीलम खन्ना ने बताया कि बताया कि उन्हें मासिक हवन में शान्ति का अनुभव हुआ और कामधेनु गोधाम के प्रांगण में प्रवेश करते ही उन्हें आनंद की अनुभूति हुई।  एक छोटे से बीज से आज गोधाम एक वटवृक्ष का रूप ले रहा है।  उन्होंने `रेकी’  विधा का विस्तार से वर्णन किया और बताया कि उनके द्वारा करीब 25000 से ज्यादा लोग रेकी का उपयोग करके स्वस्थ हो चुके हैं।  शरीर के सभी 7 चक्रों को संरेखित करके हर तरह की बीमारी और समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। वो रेकी सिखाती भी है जिससे लोग स्वयं के डॉक्टर बन सकें।  रेकी में ऊर्जा को सही तरीके से रूपांतरित किया जाता है । रेकी में किसी भी दवा की जरूरत नहीं है।  केवल अपने मन को ठीक करना है । मन को शांत अवस्था में लाने के लिए रेकी एक सर्वोत्तम तकनीक है।  उन्होंने यह भी बताया की ऑस्ट्रेलिया में देसी गाय के दूध का अधिक इस्तेमाल किया जाता है ।
अजय गोयल आई.आर.एस ने डॉ. एस.पी. गुप्ता और उनकी धर्मपत्नी शशि गुप्ता का धन्यवाद करते हुए संकल्प की शक्ति पर अपने विचार और अनुभव व्यक्त किये।  उन्होंने बताया कि गौ माता कि सेवा का संकल्प जरूर करें और परमात्मा आपके संकल्प को पूरा करने में सहायता करेंगे । देसी गाय के दूध और उनके पंचगव्य – दूध, दही, घी, गोबर, गौ-मूत्र के इस्तेमाल करके भी आप गौ सेवा कर सकते हैं।  
स्थानीय निवासी अरूणा ने एक गुरु भक्ति के भजन से सभी को रसाप्लावित किया ।  
अन्त में कामधेनु आरोग्य संस्थान की अध्यक्षा शशि गुप्ता ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य सभी महानुभावों का कामधेनु प्रांगण में पधारने और मार्गदर्शन देने पर पर धन्यवाद व्यक्त किया तथा साधुवाद दिया । उन्होंने कहा कि जब संत दिशा दिखाते हैं तो हमारी दशा स्वयं सुधर जाती है।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने कामधेनु आरोग्य वैलनेस संस्थान एवं कामधेनु गोधाम का अवलोकन किया तथा गौ वंश को सवामणी एवं चारा अर्पित करने के उपरान्त प्रसाद ग्रहण किया ।
इस अवसर पर पूर्व आई.पी.एस यशपाल सिंघल, पूर्व आई.पी.एस डी.जी. एन.आई.ए योगेश चंद्र मोदी, गौ भक्त आचार्य मनीष शर्मा, श्री राम सेना के संस्थापक सचिन राघव, गुरुग्राम, आशा विष्णु भगवान, भाषाविशेषज्ञ एवं पूर्व प्राचार्य ललित वशिष्ठ, दिनेश गुप्ता एवं धर्मपत्नी मधु गुप्ता अशोक विहार, निखिल राय, अशोक यादव, नवीन झा दिल्ली, राजेन्द्र सिंह गुरुग्राम, तेजपाल बिस्सर, कृष्ण कुमार बिस्सर, आयुष गुप्ता, दीपक के आर गुप्ता, सुनील कुमार गर्ग, नीलम वर्मा, सी.ए. दिनेश गोयल, डॉ संतोष गुरुग्राम,अंकित जैन दिल्ली, फूलवती पानीपत से व देश के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।

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