भारत-पाक तनाव में शहीद व घायल हुए सैनिकों और नागरिकों को समर्पित कामधेनु गोधाम में मासिक हवन आयोजित

City24news/ब्यूरो
नूँह। जिला नूहू के उप मंडल तावडू अंतर्गत गांव बिस्सर अकबरपुर स्थित कामधेनू आरोग्य संस्थान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया जो पहलगाम आतंकवादी हमले मे मारे गए निर्दोष नागरिकों और भारत-पाकिस्तान तनाव में शहीद और घायल हुए सैनिकों और नागरिकों को समर्पित कामधेनु गोधाम द्वारा मासिक हवन का आयोजन हुआ।
कामधेनु गोधाम में निःशुल्क चिकित्सा शिविर तथा मासिक हवन का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर गोधाम में मुख्य वक्ता डॉ.धर्मेन्द्र वशिष्ठ, पूर्व चिकित्सा निदेशक, वृन्दावन आयुर्वेद चिकित्सालय, बद्दी, हिमाचल प्रदेश, मुख्य अतिथि के रूप में अनिल कपूर,प्रसिद्ध समाजसेवी एवं उद्योगपति, गुरुग्राम, गरिमामयी उपस्थिति सुशील कुमार गर्ग, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नूँह, विशिष्ट अतिथि के रूप मे गौ भक्त संजय वैद्य, अखिल विश्व गायत्री परिवार (गुरुग्राम), लोकतंत्र सेनानी संगठन हरियाणा के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज, सीए एस.के. अग्रवाल,एसकेएए एंड एसोसिएट्स तथा हरियाणा राज्य और देश के अनेक महानुभव उपस्थित रहे ।
हवन से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । हवन का संचालन आदर्श गर्ग तावड़ू ने किया । सर्वप्रथम पहलगाम में शहीद हुए लोगों की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की गई तथा युद्ध में डटे भारतीय सैनिकों के स्वास्थ्य लाभ तथा युद्ध में विजयी होने की कामना से यज्ञ में आहुति दी गई । तत्पश्चात् हवन प्रथा के अनुसार मई मास में जिन लोगों के जन्मदिवस, शादी की वर्षगांठ एवं पुण्यतिथि थी, उनके नाम से अग्नि देव को आहुति अर्पित की गई तथा समस्त मानव जाति के हित में सुख-शांति के लिए प्रार्थना की गई।
स्वागत कार्यक्रम में सुशील कुमार गर्ग का स्वागत एस.पी.गुप्ता, दिनेश गुप्ता, महेन्द्र गोयल तावड़ू ने, डॉ.धर्मेन्द्र वशिष्ठ का ऊषा गर्ग, अनुपम गुप्ता, रुचिर गुप्ता ने, गौ भक्त संजय वैद्य का नरेश गुप्ता, विशाल गर्ग, नरेश बिस्सर ने, अनिल कपूर का फतेहचन्द बंसल, पुरेन्द्र गोयल, आचार्य मनीष शर्मा ने, एस.के. अग्रवाल का आदर्श गर्ग तावड़ू, दीपक जैन, पवन जादू ने, महावीर भारद्वाज का सुरेन्द्र रायज़ादा, सविता उपाध्याय, पवन कुमार ने तुलसी का पौधा, कामधेनु स्मृति चिन्ह एवं संस्थान में पंचगव्य निर्मित घी का गिफ्ट पैक भेंट करके किया ।
कार्यक्रम का आरम्भ गोसेवक किशोर शौर्य ने श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण से किया।
श्रीमती कविता मंगला ने अपने सम्बोधन की शुरुआत जय हिन्द` के नारे से की। उन्होंने डॉ. एस.पी. गुप्ता एवं शशि गुप्ता के भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संवर्धन की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि वो प्रधानाध्यापक रही हैं और मनोविज्ञान उनका विषय रहा है। उन्होंने बताया कि गोधाम मे एक हफ्ता बिताने पर उनके ब्लड प्रेशर और मधुमेह के रोग मे आश्चर्यजनक सुधार हुआ है। उन्होंने कामधेनु गोधाम मे अपनी सेवाएं देने की भी पेशकश की। उन्होंने कहा कि यहाँ पर आकर उन्हें अपनी मायके की अनुभूति हुई।
डॉक्टर एस पी गुप्ता ने सर्वप्रथम पहलगाम आतंकवादी हमले मे मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि समर्पित की, तदुपरांत भारत-पाकिस्तान युद्ध मे शहीद और घायल हुए सैनिकों और नागरिकों के लिए प्रार्थना की। उन्होंने यह भी प्रार्थना की कि विश्व से आतंकवाद का जड़ से सफाया हो जाए। डॉ. गुप्ता ने सभी गोभक्त अतिथियों का विस्तृत परिचय दिया। पंचगव्य से स्वास्थ्यलाभ पर भी उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बगैर निरोगी काया के जीवन का कोई भी लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता और इसके लिए हमारे रहन-सहन और दिनचर्या मे सुधार होना चाहिए।
संजय वैद्य ने बताया कि वो गायत्री परिवार, शांति कुंज, हरिद्वार के सेवक के रूप मे सभी का अभिनंदन करते है। उसके बाद उन्होंने भारतीय सैनिकों की सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए 5 बार गायत्री मंत्र का उच्चारण किया। उन्होंने भारत माता और गोमाता की जय का उद्घोष भी मंच से किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में ऋषि वसिष्ठ और ऋषि विश्वामित्र की कथा के माध्यम से गोमाता के माहात्म्य और बल का विशेष व्याख्यान किया। विश्वामित्र, जिनको गायत्री मंत्र का ऋषि कहा जाता है, ने गोमाता की कृपा से ही ब्रह्मर्षि की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने आयुर्वेद में पंचगव्य के महत्व की भी चर्चा की।
प्रियंक गुप्ता ने बताया कि गोधाम मे होम्योपैथी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है जिसका सभी अतिथि और महानुभाव लाभ उठा सकते है। उन्होंने कहा कि ताली बजाने के 3 फायदे है। प्रथम तो वक्ता का उत्साहवर्धन होता है, दूसरा श्रोता को सभा मे अपने होने का एहसास होता है और अन्य गोभक्तों और महानुभावों को यहाँ आने की प्रेरणा मिलती है। अतः, ताली बजाते रहनी चाहिए।
डॉक्टर धर्मेन्द्र वसिष्ठ जी ने सर्वप्रथम पहलगाम हमले मे मारे गए निर्दोष नागरिक और भारत-पाकिस्तान युद्ध मे शहीद और घायल सैनिकों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके लिए 2 मिनट का मौन रखा। उन्होंने बताया कि वो गोधाम की स्थापना से ही यहाँ से जुड़े हुए हैं । उन्होंने डॉ. गुप्ता के निष्काम सेवाभाव की सराहना की । उन्होंने कहा कि यह मन ही है जो असल में बीमार होता है जबकि तन को सहन करना पड़ता है । हमारे देश के अधिकतर युवा बीमार रहने लगे हैं जिसका मुख्य कारण है अनुचित आहार विहार तथा रहन-सहन । उन्होंने भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं आयुर्वेद पर अपने विचार प्रकट किए । उन्होंने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उन्हें स्थानीय खान-पान तथा पद्धति को ही अपनाना चाहिए । प्रत्येक व्यक्ति कहीं ना कहीं शारीरिक एवं मानसिक व्याधियों से ग्रस्त है । इसके लिए हमें प्रकृति का संरक्षण करने के साथ ही उसे अपनाना होगा । आध्यात्मिकता के अभाव के कारण हमारे घर टूट रहे हैं, मनुष्य से मनुष्य की दूरी बढ़ गई है । घर में बच्चों तथा बुज़ुर्गों को समय दें, योग करें, सूर्य नमस्कार करें, स्थानीय रहन-सहन तथा उचित खान-पान पद्धति को अपनाएं, पञ्चगव्य का भरपूर प्रयोग करें, सभी कार्य समय पर करें और सुखी एवं स्वस्थ रहें । उन्होंने बताया कि प्रकृति हमारी माँ की भी माँ है । भगवान महावीर तथा भगवान बुद्ध की वाणी और सिद्धान्तों को आचरण में लाकर हम अपने तन तथा मन को ठीक रख सकते हैं । उन्होंने जीवन में तीन सिद्धान्तों को अपनाने पर ज़ोर दिया – सकारात्मक बनें, वर्तमान में जिएं तथा जीवन में मुस्कुराते रहें ।
महावीर भारद्वाज ने कहा कि आयुर्वेद जैसी प्रभावशाली चिकित्सा पद्धति सम्पूर्ण विश्व में नहीं है । वर्तमान भारत-पाक युद्ध का जो परिणाम हुआ है वह गोमाता के दुग्ध और भारत माता की मिट्टी की महिमा है । उन्होंने बताया कि वो गोधाम में डॉ. गुप्ता के दर्शन करने और यहाँ की छाछ पीने निरन्तर आते रहते हैं । उन्होंने डॉ. गुप्ता एवं शशि गुप्ता के निष्काम सेवा की प्रशंसा की ।
अनिल कपूर ने बताया कि वो डॉ. एस.पी. गुप्ता से लंबे समय से जुड़े हुए हैं । उन्होंने डॉ. एस.पी. गुप्ता के गोसेवा कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि वे अधिकतम समय देश-विदेश के भ्रमण में लगे रहते हैं । उन्होंने भारतीय संस्कृति और यहाँ की चिकित्सा/उपचार पद्धति की संक्षेप में चर्चा की ।
सुशील कुमार गर्ग ने डॉ. एस.पी. गुप्ता को उन्हें आमंत्रित करने पर हार्दिक धन्यवाद किया । उन्होंने बताया कि वो पिछले पाँच दिनों से यहाँ स्वास्थ्यलाभ ले रहे हैं जो उनके लिए बहुत लाभकारी रहा है । उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा मुख्य रूप से प्रकृति से जुड़ी है और इसमें पञ्चगव्य का भी विशेष योगदान है । गोमाता का दुग्ध, गोबर, गोमूत्र सभी लाभकारी हैं इसी कारण गाय को गोमाता कहा जाता है ।
उसके पश्चात् गोभक्त हाजी ज़ुबैर ने एक प्रेरणास्पद कविता का गान किया ।
सुशील कुमार गर्ग ने समग्र हिन्दु सेना के अध्यक्ष ब्रह्म प्रकाश कौशिक तथा श्री अग्रवाल सम्मेलन गुरुग्राम के प्रधान सत्यनारायण गुप्ता को समाजसेवा के लिए पुरस्कृत किया ।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता ने बताया कि यहाँ कि भूमि पुण्य है । वे यहाँ से पिछले दस वर्षों से जुड़े हुए हैं । हम सभी को सुबह चार बजे उठना चाहिए । तदुपरान्त लगभग 45 मिनट ध्यान करें तथा वैदिक मन्त्रों का जाप करें । ध्यान में हम अपनी समस्याओं का भी विचार कर सकते हैं जिससे हमें उत्तम समाधान प्राप्त होगा। सूर्य उदय के समय योग और सूर्य नमस्कार करें । यदि यह दिनचर्या हम 6 माह तक जीवन में अपनाएँ तो अभूतपूर्व चमत्कार देखने को मिल सकते हैं ।
अन्त में कामधेनु आरोग्य संस्थान की अध्यक्षा शशि गुप्ता ने सभी महानुभावों का उनके द्वारा दिए गए अमूल्य ज्ञान व उनकी उपस्थिति के लिए कामधेनु प्रांगण में पधारने और मार्गदर्शन देने पर धन्यवाद व्यक्त किया तथा साधुवाद दिया।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने कामधेनु आरोग्य वैलनेस संस्थान एवं कामधेनु गोधाम का अवलोकन किया तथा गौवंश को सवामणि एवं चारा अर्पित करने के उपरान्त प्रसाद ग्रहण किया ।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त आई.पी.एस यशपाल सिंघल, सेवानिवृत्त आई.पी.एस योगेश मोदी, फूल कुमार यादव, ज़ुबैर मोहम्मद, शुभम, सुनील कुमार, अभिषेक अग्रवाल, पंडित सोहन लाल, श्रीमती सुशीला भारद्वाज, चन्दन सिंह, ब्रह्म प्रकाश कौशिक, दलबीर सिंह, डॉ. मैत्रेयी, मनीष, वंशू, अजय, सविता उपाध्याय, डॉ. अनुष्का, पायल गुप्ता, डिंपल गुप्ता, नवीन झा (दिल्ली), तावडू से पवन गुप्ता, आदर्श गर्ग, धर्मवीर गर्ग, राजबीर शर्मा सरपंच, नरेश तंवर, तेजपाल तंवर सहित क्षेत्रीय गांवों के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।