नूंह में छात्रा के घर पहुंचे विधायक आफताब, न्याय का दिया आश्वासन

–पुलिस कप्तान से बात कर कारवाई के लिए कहा
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |नूंह जिले के रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव आटा–बारोटा के समीप नाबालिग छात्रा पर मनचलों द्वारा शराब की बोतल से हमला करने के मामले में बृहस्पतिवार को नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद पीड़िता के घर पहुंचे और उनके पिता को न्याय का आश्वासन दिलाया।
विधायक आफताब अहमद ने पीड़िता के पिता से कहा कि उन्होंने पुलिस कप्तान से कल ही बात कर न्याय के लिए कहा था। दोषियों को तत्काल सजा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। विधायक ने पुलिस कप्तान से कारवाई में देरी होने के लिए निराशा जताते हुए कहा कि अगर ऐसे जघन्य मामलों में भी पुलिस समय पर कारवाई नहीं करती है तो ये दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए कहा है।
बता दें कि पहले जहां पुलिस ने पीड़ित परिवार को कार्रवाई के नाम पर 3 दिनों तक थाने के चक्कर कटवाए। वहीं अब एसएचओ ,डीएसपी और एसपी पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दे रहे है। विधायक आफताब अहमद भी पीड़िता के घर पहुंच कर न्याय के लिए जुट गए हैं वहीं दो डीएसपी के नेतृत्व में 6 टीमों का गठन किया है।
बता दें कि जानकारी अनुसार, आटा-बारोटा गांव में रहने वाली दीपाली सिंह ने बताया कि 12 जुलाई की शाम 7:45 स्कूटी पर वह पड़ोस के दो छोटे बच्चों (10 व 5 साल) के साथ घर से 500 मीटर दूर बारोटा रोड से दूध लेकर घर लौट रही थी।
इस दौरान दो मनचले युवक अपनी बाइक को स्कूटी के आगे घुमा-घुमा कर चल रहे थे। लड़की ने उनसे बोला कि बाइक को ढंग से चला लो। युवक इससे गुस्सा उठे।
दीपाली ने बताया कि युवकों ने इसके बाद अपनी बाइक रोकी और हाथ में पकड़ी बियर से भरी बोतल उसके मुंह पर मार दी। इस हमले में दीपाली के तीन दांत टूट गए। खून से लथपथ दीपाली छोटे बच्चों सहित स्कूटी से गिर गई। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक फरार हो गए।
दीपाली स्कूटी छोड़कर रोते हुए किसी तरह घर पहुंची। उसे सोहना के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। यहां पुलिस को 112 नंबर पर वारदात की सूचना दी। वहीं दीपाली को डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों द्वारा दीपाली के चेहरे पर 35 टांके लगाने पड़े। दीपाली सही से बोल तक नहीं पा रही। खाना-पानी तक नहीं ले पा रही है।