शहरी क्षेत्रों में लघु वनों का सृजन करना है मियावाकी तकनीक : वंदना 

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खंड तावडू में किया ऊर्जा वाटिका का उद्घाटन 
ऊर्जा वाटिका में रोपे दोगए लगभग 1000 पौधे
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय सिंह की धर्मपत्नी वंदना ने खंड तावडू में ऊर्जा वाटिका का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम व कृषि विभाग के सहयोग से मियावाकी तकनीक के तहत यहां पर लगभग 1000 को पौधे रोपित किए गए हैं, जो निश्चित ही आने वाले समय में हमें शुद्ध ऑक्सीजन देने का कार्य करेंगे। वंदना ने स्वयं भी ऊर्जा वाटिका में पधारोपण किया और उपस्थित लोगों को पौधारोपण की शपथ भी दिलवाई।

उन्होंने कहा कि मियावाकी तकनीक के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में लघु वनों का सृजन करना है। यह तकनीक जलवायु परिवर्तन से निपटने, प्रदूषण के स्तर को कम करने और शहर के हरित आवरण में वृद्धि करने के लिये कारगर है।

उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण की इस तकनीक में हर वर्ग मीटर के भीतर देशी पेड़, झाड़ियाँ और ज़मीन को ढकने वाले पौधे लगाए जाते हैं। यह विधि ज़मीन के छोटे-छोटे टुकड़ों के लिए आदर्श है और इससे ऊँचे पेड़ों की घनी छतरी परत बनती है।

मियावाकी वृक्षारोपण के लिए चुनी गई प्रजातियां आमतौर पर ऐसे पौधे होते हैं जिन्हें बहुत अधिक रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती है और वे कठोर मौसम और पानी की कमी वाली परिस्थितियों में भी जीवित रह सकते हैं तथा मौजूदा परिस्थितियों में तेजी से बढ़ते हैं, जिससे हरियाली का घना आवरण प्राप्त होता है।

उन्होंने कहा कि स्थानीय वृक्षों का घना हरा आवरण उस क्षेत्र के धूल कणों को अवशोषित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जहाँ उद्यान स्थापित किया गया है। साथ ही पौधे सतह के तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं। इस अवसर पर एसडीएम तावडू संजीव कुमार, उप पुलिस अधीक्षक तावडू मुकेश कुमार, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम सोने के कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी हुए कर्मचारी उपस्थित थे।

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