एनएचएम तथा एचआईवी विभाग को पक्का करों की लगाई मेहंदी
सारन डिस्पेंसरी की चिकित्सक दो दिन से अवकाश पर, मरीज रहे परेशान
City24news/कविता गौड़
फरीदाबाद। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल का जहां एक तरफ 12वां दिन था। वहीं एचआईवी/एड्स विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल का मंगलवार को छठां दिन था। ऐसे में सावन के महीने में आने वाले तीज पर्व के एक दिन पहले सभी महिला कर्मचारियों ने हाथों में मेहंदी लगाई और पक्का करने की मांग उठाई। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य केन्द्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं बूरी तरह से चरमराई नजर आई। स्वास्थ्य केन्द्रों समेत डिलीवरी हटों पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैनात किए गए चिकित्सक पहुंच ही नहीं रहे है। ऐसा ही सारन स्थित यूपीएचसी में देखने को मिला, जहां दो दिनों से चिकित्सक अवकाश पर है, लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग ऐसे चिकित्सकों की सूध ही नहीं ले रहा है।
पक्का करो लिखकर लगाई मेहंदी: जिले के बीके सिविल अस्पताल में धरने पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने 12वें दिन एनएचएम को पक्का करों के नारे के संग हाथों पर मेहंदी लगाई, तो वहीं एचआईवी कर्मचारियों ने भी तीज के मौके पर धरने के छठे दिन मेहंदी लगाई। उन्होंने कहा कि अब वह विरोध को और भी आगे बढ़ाएंगे। इस दौरान उन्होंने पक्का करों के नारे भी सभी ने संग मिलकर लगाए और अंत में उन्होंने कहा जब तक सरकार लिखित में उन्हें पक्का नही करती, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
डिस्पेंसरी खुली, लेकिन चिकित्सक नहीं: जिला सिविल सर्जन के द्वारा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों व यूपीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहे, इसके लिए डिस्पेंसरियों में चिकित्सकों को तैनात किया है, लेकिन सारन यूपीएचसी में तैनात की गई, चिकित्सक दो दिनों से नहीं आ रही है, जिसके कारण वहां आने वाले मरीजों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। क्षयरोग और इलाज को आने वाले मरीजों ने बताया कि चिकित्सक तो आ नहीं रही है और हमें यहां दवाईयां भी गत 26 जुलाई से उपलब्ध नहीं हो रही है। वहीं उनका कहना था कि यदि चिकित्सक नहीं आई है, तो कर्मचारियों को भी डिस्पेंसरी बंद कर देनी चाहिए। ताकि हमें यहां आकर लौटना न पडे।