निपुण लक्ष्य की दिशा में सार्थक पहल : नूंह में आयोजित हुआ क्लस्टर प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के तहत क्लस्टर प्रोजेक्ट

– प्रत्येक शिक्षक बनाएगा प्रिंट-रिच कक्षा: कुसुम मलिक
– निपुण भारत मिशन को लेकर शिक्षकों को सौंपे गए दायित्व
– क्लस्टर प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट बैठक में शिक्षक नवाचार को मिलेगा सम्मानक्लस्टर प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट का आयोजन – निपुण लक्ष्य की दिशा में सशक्त पहल : कुसुम मलिक
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | खंड नूंह के क्लस्टर कंवरशिका में क्लस्टर प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट की बैठक का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य निपुण भारत मिशन के अंतर्गत छात्रों के अधिगम स्तर को सशक्त करना था। इस अवसर पर जिला एफएलएन समन्वयक कुसुम मलिक, खंड नूंह के निपुण नोडल अधिकारी अब्दुल वारिस, सीआरसी हेड सपना गांधी, निपुण मॉडल अधिकारी अशोक कुमार तथा क्लस्टर के सभी प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे।
बैठक में छात्रों के अधिगम परिणामों को बेहतर बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां तय की गईं।
जिला एफएलएन समन्वयक कुसुम मलिक ने अपने संबोधन में सभी विद्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक शिक्षक अध्यापक संदर्शिका का नियमित रूप से उपयोग करें, विद्यार्थियों की वर्कबुक प्रतिदिन जांचें, तथा हर सप्ताह सभी छात्रों का मूल्यांकन करें। उन्होंने यह भी कहा कि जो छात्र अपेक्षित स्तर से पीछे हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि उन्हें शीघ्र मुख्यधारा में जोड़ा जा सके।
उन्होंने विद्यालयों में प्रिंट-रिच वातावरण सृजित करने पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक कक्षा में रीडिंग कॉर्नर बनाए जाएं तथा बच्चों को पुस्तकों के प्रति रुचि विकसित करने हेतु प्रेरित किया जाए। साथ ही, उन्होंने “भावनाओं की दीवार” की स्थापना का सुझाव दिया ताकि बच्चे स्वतंत्र रूप से अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकें और कक्षा एक सुरक्षित एवं संवेदनशील वातावरण बन सके।
खंड निपुण नोडल अधिकारी अब्दुल वारिस ने कहा कि सभी शिक्षक प्रिंट-रिच कक्षा निर्माण की एक वीडियो बनाकर अपने संबंधित सीआरसी को भेजें। सीआरसी द्वारा चयनित सर्वश्रेष्ठ वीडियो को खंड स्तर पर भेजा जाएगा, जिससे अन्य शिक्षकों को भी सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह गतिविधि शिक्षकों को नवाचार हेतु प्रोत्साहित करेगी।
सीआरसी हेड सपना गांधी ने बताया कि वे अपने क्लस्टर के सभी पाँच विद्यालयों में निपुण भारत मिशन को पूर्ण रूप से लागू कर रही हैं। उन्होंने घोषणा की कि अब प्रत्येक माह क्लस्टर प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें स्टूडेंट लर्निंग आउटकम आधारित योजनाएं तैयार कर छात्रों की दक्षताओं को और बेहतर बनाया जाएगा।
उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि सभी विद्यालय लर्निंग आउटकम आधारित खेल विकसित करें, और आगामी बैठकों में प्रत्येक शिक्षक अपनी एक उत्कृष्ट शिक्षण पद्धति प्रस्तुत करें तथा एक स्वयं निर्मित शैक्षिक सामग्री का प्रदर्शन करें। उन्होंने यह भी कहा कि जो शिक्षक नवाचार और प्रभावी शिक्षण कार्य करेंगे, उन्हें आगामी बैठकों में सम्मानित किया जाएगा।
एस.आर. फाउंडेशन से कमलेश्वर मिश्रा ने आश्वासन दिया कि प्रिंट-रिच वातावरण सृजन में उनकी संस्था पूर्ण सहयोग करेगी।
इस अवसर पर क्लस्टर के एफएलएन नोडल अधिकारी सतीश कुमार, सुरेंद्र कुमार, अंजू, विद्या और रमेश कुमार भी उपस्थित रहे। सभी ने एकमत होकर यह संकल्प लिया कि वे बच्चों को निपुण बनाने के लिए पूरे समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे।